कोलकाता: गुरुवार को पश्चिम बंगाल की पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. इस दौरान एक सिख सुरक्षाकर्मी के कथित पिटाई का वीडियो सामने आया जिसमें उसकी पगड़ी खुल जाती है. इसको लेकर पश्चिम बंगाल की पुलिस ने सफाई दी. पुलिस ने कहा कि हाथापाई के दौरान पगड़ी अपने आप खुल गई थी, हमारे अधिकारी ने ऐसा करने की कोशिश नहीं की.


पश्चिम बंगाल की पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा कि किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करना हमारा उद्देश्य कभी नहीं रहा है. पश्चिम बंगाल पुलिस सभी धर्मों का सम्मान करती है. अधिकारी ने विशेष रूप से उसे गिरफ्तारी से पहले अपनी पगड़ी वापस पहनने को कहा.


पुलिस ने शख्स की तस्वीर भी शेयर की और कहा, “संलग्न फोटो को पुलिस स्टेशन ले जाने से ठीक पहले क्लिक किया गया है. हम राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध हैं.”





बता दें कि इससे पहले इस वीडियो को ट्वीट करते हुए क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कार्रवाई की मांग की थी.


पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भी निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह को पश्चिम बंगाल पुलिस ने सड़क पर पीटा और उसकी पगड़ी को अपमानित किया, वो सक्षम जवान है! उसने कई सैन्य कोर्स भी किए हैं! ममता राज में ऐसे जांबाज का अपमान दु:खद है. ऐसे पुलिसवालों को सजा दी जाना चाहिए!


बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य में कानून व्यवस्था की कथित तौर पर खराब होती स्थिति को लेकर ‘नबन्ना’ की ओर मार्च किया. इस दौरान कोलकाता और हावड़ा के कई हिस्से प्रभावित हुए. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर कर दिया. इस दौरान बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये.


TRP Racket: मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए रिपब्लिक टीवी के CFO को बुलाया