कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की नतीजे घोषित होने के बाद हुई हिंसा में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई थी. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने अब दो लोगों को गिरफ्तार किया है. कोलकाता के नारकेलडांगा इलाके में बीजेपी के कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की कथित तौर पर हत्या कर दी दई थी. इसके साथ ही एफआईआर में नामजद आठ में से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.


रिश्तेदार के घर में छिपे हुए थे दोनों आरोपी


कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने कहा कि आरोपी संजय डे (26) और अविजित डे (25) नारकेलडांगा के महेश बैरिक लेन के निवासी हैं, लेकिन ये हुगली जिले के चंदननगर में एक रिश्तेदार के घर में छिपे हुए थे, जहां से उन्हें गिरफ्तार किया गया था.’’


ये गिरफ्तारियां ऐसे वक्त की गईं हैं, जब कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार को हिंसा के मामले में तैयार एनएचआरसी की रिपोर्ट पर हलफनामा देने के लिए‘आखिरी मौका’ दिया है.


एनएचआरसी ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा?


राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर लगे आरोपों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में स्थिति ‘कानून के राज’ के बजाय ‘ राजा के राज’ जैसी है. सात सदस्यीय समिति ने 13 जुलाई को उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट जमा की, जिसमें अनुशंसा की गई है कि हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए और इन मामलों की सुनवाई राज्य से बाहर होनी चाहिए.


ममता ने केंद्र पर बोला हमला


एनएचआरसी ने अपनी रिपोर्ट में राज्य में सत्तारूढ़ दल के समर्थकों द्वारा मुख्य विपक्षी पार्टी के लोगों पर ‘प्रतिशोधात्मक हिंसा’ की भी चर्चा की है. वहीं, एनएचआरसी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार ‘‘राजनीतिक हिसाब चुकता करने के लिए निष्पक्ष एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है और राज्य को बदनाम कर रही है.’’


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