WB Teacher Recruitment Scam : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) Enforcement Directorate के अधिकारियों ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री परेश अधिकारी से शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की. एजेंसी सूत्रों ने बताया कि परेश अधिकारी पूछताछ के लिए सुबह यहां ईडी कार्यालय के सीजीओ परिसर पहुंचे. सूत्रों ने बताया कि इससे पहले अधिकारी से इसी मामले में CBI ने पूछताछ की थी. पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री अधिकारी पर कूचबिहार जिले के एक सरकारी स्कूल में अपनी बेटी अंकिता को शिक्षिका के रूप में नियुक्त करने के लिए अवैध तरीके अपनाने के आरोप हैं.
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस साल की शुरुआत में अंकिता को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था और उसके 2018 से एक शिक्षक के रूप में प्राप्त वेतन वापस करने के लिए कहा था. अगस्त में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान अधिकारी को उनके मंत्रालय से हटा दिया था. सीबीआई और ईडी दोनों वर्तमान में कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग से जुड़े करोड़ों रुपये के भर्ती घोटाले की जांच कर रहे हैं.
क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला
यह घोटाला साल 2014 से जुड़ा है. दरअसल उस समय पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग (SSC Scam) ने शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सरकारी स्कूलों में बहाली निकाली थी. इसकी परीक्षा साल 2016 मेंकराई गई थी. उस समय पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री हुआ करते थे. इस परीक्षा में 20 उम्मीदवारों को चयनित किया जाना था. जब साल 2017 में इसका परिणाम आया तब इस दौरान चुने गए उम्मीदवारों की सूची में सिलीगुड़ी की रहने वाली बबीता सरकार का नाम शामिल था. वह 20वें नंबर पर थीं. बाद में आयोग ने सूची को खारिज कर दिया और दूसरी सूची प्रकाशित की. इसमें बबीता 21वें नंबर पर थीं, जबकि पहले नंबर पर अंकिता अधिकारी का नाम था, जो तृणमूल कांग्रेस नेता परेश अधिकारी की बेटी हैं.
बबीता ने कोर्ट से लगाई थी न्याय की गुहार
बबीता ने न्याय के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी. इसके बाद कोर्ट ने आयोग से दोनों उम्मीदवार के नंबरों की लिस्ट मांगी तो देखा गया कि 16 नंबर कम पाने के बावजूद अंकिता पहले स्थान पर हैं और बबीता वेटिंग में हैं. कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए. जांच के दौरान इस प्रकरण में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी और पैसों के हेरफेर का पता लगा. मामला पैसों का दिखा तो जांच में ईडी की एंट्री हुई.