West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के हिंसा प्रभावित रिषड़ा शहर में पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच धारा-144 अब भी लागू है और इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. पुलिस ने बताया कि जिले में कहीं से भी हिंसा या आगजनी की कोई घटना होने की खबर नहीं है. चंदननगर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'स्थिति नियंत्रण में हैं. जिले में कहीं से भी किसी तरह की गड़बड़ी की कोई खबर नहीं है. महत्वपूर्ण स्थानों और क्षेत्रों में हमारे बल तैनात हैं. किसी को भी बिना किसी उद्देश्य के घूमने की अनुमति नहीं है.'


अधिकारी ने कहा, हम सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं. रविवार की हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धारा-144 वापस लेने और क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक हटाने संबंधी निर्णय स्थिति के आंकलन के बाद ही लिया जाएगा.


रिषड़ा में रविवार की शाम रामनवमी के जुलूस के दौरान झड़प की सूचना मिली थी. जुलूस में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पुरसुराह सीट से पार्टी के विधायक बिमन घोष मौजूद थे. हिंसा में विधायक घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पास के श्रीरामपुर शहर के कुछ हिस्सों में भी तोड़-फोड़ की घटनाएं हुईं, जिसके बाद धारा-144 लागू कर दी गई और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं. 


राज्यपाल आनंद बोस ने घटना स्थल का लिया जायजा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मंगलवार को अपनी दार्जिलिंग यात्रा बीच में ही रोक दी और स्थिति का जायजा लेने के लिए रिषड़ा आए. बोस जी20 बैठक में भाग लेने के लिए दार्जिलिंग गए हुए थे. दार्जिलिंग से रवाना होकर कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरने के बाद बोस सीधे हुगली जिले के रिषड़ा पहुंचे. राज्यपाल रेलवे गेट संख्या चार पर गए जहां सोमवार रात हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थीं. उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


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