WB: बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान पर बवाल, भगवान राम के बाद अब मां दुर्गा के नाम पर सियासी लड़ाई
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के अध्यक्ष मां दुर्गा को लेकर दिए गए बयान पर सियासी बवाल मच गया है. घोष के बयान को टीएमसी ने हाथों-हाथ लपक लिया और इसके बहाने बीजेपी पर निशाना साध रही है. वहीं, घोष को अपने बयान को लेकर सफाई देनी पड़ रही है.
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल की सियासी लड़ाई श्री राम के बाद अब मां दुर्गा पर आ गई है और इस लड़ाई में इस बार टीएमसी को बीजेपी की घेराबंदी का मौका मिला है. बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने मां दुर्गा को लेकर ऐसा बयान दिया जिसको लेकर टीएमसी अब जगह-जगह रैलियों में बीजेपी पर ताने कस रही है.
पश्चिम बंगाल की चुनावी लड़ाई में अब तक बीजेपी के जय श्रीराम के नारे की गूंज सुनाई दे रही थी लेकिन अब इसमें मां दुर्गा के नाम की भी एंट्री भी हो गई है, वो भी बीजेपी के बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की बदौलत. इस पर टीएमसी ने बीजेपी पर हमले तेज कर दिए हैं.
अभिषेक बनर्जी ने घोष के बयान पर बीजेपी पर साधा निशाना दरअसल, दिलीप घोष ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कुछ ऐसा कह दिया जिसे तृणमूल कांग्रेस ने सियासी मुद्दा बना दिया है. दिलीप घोष ने कहा कि "राम के पूर्वज का नाम मिला है, क्या दुर्गा का मिला है?" ये सभी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल के समाज में मां दुर्गा की बहुत मान्यता है. जाहिर है कि इस बयान पर बवाल मचना ही था.
तृणमूल कांग्रेस के नेता और ममता बनर्जी के बाद नंबर दो माने जाने वाले अभिषेक बनर्जी ने तो दक्षिण चौबीस परगना जिले की एक रैली में दिलीप घोष के बयान के बहाने बीजेपी पर हमला बोल दिया. अभिषेक बनर्जी ने कहा, "ये लोग मां दुर्गा का अनादर करते हैं. मां लक्ष्मी, मां सरस्वती का अनादर करते हैं. बता देना चाहता हूं कि वोट से आगे भी बहुत कुछ है. अमित शाह कहते हैं कि ममता दीदी को जय श्री राम बोलना होगा. आपको बता दूं कि दीदी जय सियाराम बोलती हैं. महिलाओं का सम्मान करना होगा. झुककर महिलाओं का सम्मान करना होगा. बंगाल में ये सब सीखना होगा. नहीं तो बांग्ला संस्कृति सब कुछ सिखा देगी."
मामले को तूल पकड़ता देख दिलीप घोष ने दी सफाई बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को भी शायद इस बात का अंदाजा हो गया है कि उनके बयान से बीजेपी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. लिहाजा उन्होंने अपनी सफाई देने में भी देर नहीं की. अभिषेक बनर्जी के बयान का जवाब देते हुए दिलीप घोष ने कहा, "तृणमूल के लोग न दुर्गा को जानते हैं, न राम को जानते हैं. दुर्गा हमारी देवी हैं. इसलिए उनको हम राजनीति में नहीं लाते हैं. राम हमारे राजा थे, क्षत्रिय थे...टीएमसी धर्म को राजनीति में और राजनीति को धर्म में लाती है."दिलीप घोष का बयान कमान से निकले तीर की तरह दिख रहा है. अगर टीएमसी हर रैली में घोष के बयान को इसी तरह तूल देती रही तो बीजेपी को जवाब दे पाना एक चुनौती हो सकता है.
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