Sandeshkhali Violence: 'उनके दफ्तर जाते तो वो एक औरत को मनोरंजन के लिए रख लेता' फैक्ट फाइंडिंग टीम की सदस्य ने बताई संदेशखाली की कहानी
Sandeshkhali Violence Update: कलकत्ता हाईकोर्ट की सख्ती और धारा 144 में ढील के बाद फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य संदेशखाली पहुंचे थे.
Sandeshkhali Violence Stories: "पार्टी दफ्तर में महिलाएं जाती हैं और उनमें जो देखने में खूबसूरत हैं, उन्हें मनोरंजन के लिए रख लिया जाता है. मना करने पर महिलाओं के साथ मारपीट और अन्य प्रताड़ना आम बात है. पुलिस के पास जाने पर कोई मदद नहीं मिलती. कोई सुनता ही नहीं है." सुनने में ये बातें किसी फिल्म के विलन के दृश्य जैसी लगती हैं लेकिन पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त संदेशखाली की महिलाओं की कुछ ऐसी ही दुर्दशा रही है. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं से वर्षों तक कथित यौन उत्पीड़न की कहानियां दिल को झकझोरने वाली हैं और यह सब वहां पहुंची फैक्ट फाइंडिंग टीम की सदस्य ने बताई हैं.
कलकत्ता हाईकोर्ट की सख्ती और धारा 144 में ढील के बाद फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य इलाके में पहुंचे और उन्होंने महिलाओं की आपबीती सुनी जो वर्षों से नरक से भी बदतर जीवन जीने को मजबूर थीं. टीम की सदस्य ने दावा किया है कि शेख शाहजहां और उसके लोग पार्टी के काम के नाम पर महिलाओं को घर बुलाते थे और उसमें से जो महिला पसंद आ जाती थी उसे मनोरंजन के लिए अपने पास रख लेते थे. फैक्ट फाइंडिंग टीम की सदस्य भावना बजाज ने इन महिलाओं की कहानी सामने लाई है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में वह पीड़ित महिलाओं का दर्द बयां करती हैं.'
#WATCH | West Bengal: On meeting with the victims of Sandeshkhali, Bhawna Bajaj, a member of the fact-finding committee says, "I met 20 women in the age group of 28-70 years. 70-year-old women were crying standing in the corner worried about their daughters and daughters-in-law.… pic.twitter.com/rvBPrKJFEl
— ANI (@ANI) March 3, 2024
28-70 साल तक की महिलाओं से मिली'
संदेशखाली की पीड़ितों से मुलाकात पर फैक्ट फाइंडिंग समिति की सदस्य भावना बजाज ने बताया, ''मैं 28-70 साल की उम्र की 20 महिलाओं से मिली हूं. मैं पीड़िता की पहचान की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए बिना किसी कैमरापर्सन के अकेले एक पीड़िता से मिलने गई. उसके पूरे चेहरे पर चोट के निशान थे. उसके पति को गांव छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. अधिकतम महिलाओं ने शिबू हाजरा नामक एक व्यक्ति का नाम लिया है. जब भी उनके पार्टी कार्यालय में लोग आते हैं तो वे महिलाओं को बुलाते हैं और रखते हैं.
'मनोरंजन करने के लिए कहा गया'
भावना बजाज के अनुसार, एक महिला ने बताया कि उन्हें मनोरंजन करने के लिए बोला गया. भावना कहती हैं, "मैं बलात्कार या यौन उत्पीड़न शब्द का उपयोग नहीं कर सकती, लेकिन उनके शरीर पर चोट के निशान स्पष्ट थे. महिलाओं का कहना है कि वे अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास नहीं जा सकतीं क्योंकि कोई उनकी बात नहीं सुनता है."
दरअसल, 29 तारीख को संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उससे सीआईडी की पूछताछ फिलहाल जारी है. इसके अलावा शिबू हाजरा और उत्तम सरदार जो उसके खास सहयोगी रहे हैं, वे भी गिरफ्तार हैं. हालांकि, पुलिस पर उनके खिलाफ कमजोर धाराएं लगाने के आरोप हैं.
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