Sandeshkhali Poll Violence: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक बार फिर से हिंसा हुई है. यहां पर स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प देखने को मिली है. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत शनिवार (1 जून) को वोटिंग के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने एक्शन लेते हुए एक स्थानीय व्यक्ति को हिरासत में लिया. लोगों ने इसका विरोध किया और फिर जबरदस्ती उसे पुलिस से छुड़ाकर ले आए. इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई और पुलिस के साथ स्थानीय लोगों का टकराव हुआ.


वहीं, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए स्थानीय लोगों पर एक्शन लिया और हालात को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस के साथ टकराव में स्थानीय महिलाएं सबसे आगे दिखीं. हिरासत में लिए गए आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस जब दोबारा गांव में पहुंची तो महिलाओं और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर टकराव देखने को मिला. स्थानीय लोगों ने पुलिस का विरोध किया, जिसके बाद उसे बिना आरोपी को पकड़े ही घटनास्थल से लौटना पड़ा. 


बंगाल में चुनावी हिंसा से निपटने के लिए तैनात होंगी CAPF की 400 कंपनियां


समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि बंगाल में 19 जून तक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की लगभग 400 कंपनियां तैनात रहेंगी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा, "चुनाव के बाद की हिंसा से निपटने के लिए, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की लगभग 400 कंपनियां (40,000 से अधिक कर्मी) 19 जून तक पश्चिम बंगाल में रहेंगी. सीएपीएफ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का होगा."


गवर्नर ने सीएम ममता बनर्जी से मांगी संदेशखाली पर रिपोर्ट 


पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह संदेशखाली में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तुरंत हस्तक्षेप करने और वहां शांति बहाल करने को कहा. गवर्नर ने कहा कि उन्होंने ममता बनर्जी से संदेशखाली में चुनाव के बाच हुई हिंसा को लेकर तत्काल रिपोर्ट पेश करने को कहा है. उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंसा की घटनाओं को लेकर काफी ज्यादा सियासत भी हुई है. चुनाव में भी ये मुद्दा गरमाया हुआ था. 


हमले जारी रहे तो लोगों के लिए खोल दूंगा राजभवन के दरवाजे: गवर्नर 


पीटीआई के मुताबिक, गवर्नर ने कहा, "मैं संदेशखाली के हालात को लेकर चिंतित हूं. मुझे वोटिंग खत्म होने के कुछ घंटों के भीतर संदेशखाली की महिलाओं पर हमले की घटनाओं के बारे में पता चला है. मैंने इस संबंध में उठाए गए कदमों को जानने के लिए मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है. अगर ऐसे हमले जारी रहे और लोगों पर अत्याचार किया गया तो मैं राजभवन के दरवाजे उनके आने और रहने के लिए खोल दूंगा. उन्हें यहां सुरक्षित आश्रय दिया जाएगा."






लोगों को धमकाया जा रहा: अमित मालवीय


वहीं, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि टीएमसी के गुंडे लोगों को धमका रहे हैं. उन्होंने संदेशखाली का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, "मतदान के दिन के बाद संदेशखाली के लोगों को फिर से डराने की कोशिश की जा रही है. ये बूथ संख्या 35, सरबेरिया, संदेशखाली के हालात हैं. पुलिस टीएमसी के गुंडों के साथ मिलकर लोगों को धमका रही है. उन्होंने कहा, 4 जून के बाद वे सभी महिलाओं को विधवा बना देंगे. बीजेपी नेतृत्व फिलहाल मौके पर है."


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