Sandeshkhali Violence: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली महिलाओं का गुस्सा बढ़ रहा है. पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी भी फुल फॉर्म में है. बीजेपी और प्रदर्शनकारी महिलाओं के निशाने पर पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार है. सरकार पर आरोप है कि उसकी शह पर ही शेख शाहजहां पर कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है. इन आरोपों के पीछे वो सियासी कनेक्शन है, जो शेख शाहजहां और टीएमसी के बीच जुड़ा है.
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पूछा है कि शेख शाहजहां ने क्या किया है? इस पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बनर्जी का बयान शर्मनाक है. शेख शाहजहां पर महिलाओं को जबरन उनके घर से अगवा करने, उनके साथ रेप करने के आरोप हैं. फिर क्यों टीएमसी नेता ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे संदेश जाए कि पश्चिम बंगाल सरकार शेख शाहजहां पर कार्रवाई नहीं करना चाहती?
शेख शाहजहां के सपोर्ट में आईं ममता बनर्जी
खास बात ये है कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर सरकार का स्टैंड साफ करने के बजाए उन महिलाओं पर सवाल उठा रही है, जिन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने आकर शेख शाहजहां की काली करतूत सामने रखी. ममता ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता मास्क पहनकर बयान दे रहे हैं. वहां टारगेट शेख शाहजहां था. ईडी ने सबसे पहले उसे निशाने पर लिया. फिर बीजेपी ने आदिवासियों की जगह अपने लोगों को लाकर झगड़ा बढ़ाया.
शेख शाहजहां और टीएमसी के रिश्ते का इतिहास
ममता बनर्जी ये बताना चाहती हैं कि संदेशखाली में जो कुछ हुआ और हो रहा है, उसके पीछे कहीं न कहीं बीजेपी का हाथ है. लेकिन यहां एक सवाल ये भी है कि अगर बीजेपी साजिश करने का काम कर रही है तो फिर पश्चिम बंगाल पुलिस क्या कर रही है. पहले समझिए शेख शाहजहां से ममता बनर्जी की टीएमसी का रिश्ता क्या है?
दरअसल, शेख शाहजहां टीएमसी का नेता है, उसने 2016 में पार्टी का दामन थामा. उसे टीएमसी नेता ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी बताया जाता है. 2019 लोकसभा चुनाव में शेख शाहजहां ने बशीरहाट सीट से नुसरत जहां को जिताने में बड़ी भूमिका निभाई थी. मौजूदा वक्त में शेख शाहजहां टीएमसी का ब्लॉक अध्यक्ष है. उसके पास संदेशखाली ब्लॉक-1 की जिम्मेदारी है. टीएमसी के टिकट पर शेख शाहजहां जिल परिषद सदस्य भी है.
टीएमसी क्यों नहीं कर रही कार्रवाई?
शेख शाहजहां के बारे में ये जानकारी बता रही है कि आखिर उसकी गिरफ्तारी पर टीएमसी नेता गोल-मोल जवाब क्यों दे रहे हैं? वहीं बीजेपी के आरोपों पर क्यों ममता बनर्जी का पारा चढ़ा हुआ है? बताया जाता है कि टीएमसी में शेख शाहजहां की ऊपर तक पकड़ है.
दूसरा शेख शाहजहां की बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के बीच अच्छी पैठ बताई जाती है. माना जा रहा है कि यही वजह है, जो शेख शाहजहां पर कार्रवाई के आड़े आ रही है. वहीं टीएमसी से शेख शाहजहां के इसी रिश्ते को लेकर बीजेपी बार-बार सवाल उठा रही है.
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