West Bengal Snap Poll 2021: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव शुरू होने में दो सप्ताह का समय बाकी रह गया है. 27 मार्च को बंगाल में पहले चरण की वोटिंग होगी. सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगे जहां बीजेपी की ओर से शुभेंदु अधिकारी को टिकट दिया गया है. बंगाल में ये सप्ताह सियासी तौर पर गरमाया रहा. पीएम नरेंद्र मोदी की रैली हुई और मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा रही. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद पर हमले का आरोप लगाया. उनके पैर में चोट लगी. वो अस्पताल में भर्ती हुईं , व्हील चेयर पर बाहर आईं और अब उसी पर प्रचार करेंगी.


राजनीति के जानकारों का मानना है कि इन सब घटनाक्रम का वोटर्स के फैसले पर असर देखने को मिल सकता है. अब कितना असर देखने को मिलता है ये 2 मई को पता चलेगा जब राज्य की सभी 294 विधानसभा सीटों के नतीजे सामने आएंगे. इस बीच एबीपी सी-वोटर ने स्नैप पोल के जरिए लोगों की राय जानने की कोशिश की है. इस दौरान लोगों से कुछ सवाल किए गए हैं.


क्या पीएम मोदी की रैली के बाद बंगाल का मूड बदलेगा?


हां- 40.9 फीसदी
नहीं- 38.1 फीसदी
कह नहीं सकते- 21.1 फीसदी


इस सवाल के जवाब में 40.9 फीसदी लोगों ने माना कि पीएम मोदी की रैली के बाद बंगाल का मूड बदल सकता है. वहीं 38.1 फीसदी लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री की रैली के बावजदू बंगाल के लोगों के मूड में बदलाव नहीं आएगा. साथ ही 21.1 फीसदी लोगों ने इस सवाल पर अपनी कोई राय नहीं दी.


मिथुन चक्रवर्ती के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी पर क्या असर होगा?


इस सवाल के जवाब में 35.3 फीसदी लोगों ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को फायदा होगा. वहीं 27.9 फीसदी लोगों ने कहा कि अभिनेता के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को नुकसान होगा. 22.1 फीसदी लोगों ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती चक्रवर्ती के बीजेपी में शामिल होने के बावजूद भी कोई असर नहीं होगा. 14.7 फीसदी ने इस सवाल पर कोई राय नहीं दी.


फिल्मी कलाकारों के चुनाव लड़ने से किसे फायदा होगा?


इस सवाल के जवाब में 28.5 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा होगा. वहीं 33.3 फीसदी लोगों ने कहा कि टीएमसी की तरफ से जो फिल्मी कलाकार चुनाव लड़ रहे हैं उससे पार्टी को फायदा होगा. इसके अलावा 21.8 फीसदी ने कहा कि किसी को इससे फायदा नहीं होगा और 16.4 फीसदी लोगों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.


शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ममता बनर्जी का फैसला सही है?


स्नैप पोल में 48.7 फीसदी लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ने का जो फैसला किया है वो सही है. वहीं 35.7 फीसदी लोगों ने कहा कि ये फैसला सही नहीं है. 15.6 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में अपनी कोई राय नहीं दी.


ममता बनर्जी ने 27 विधायकों को टिकट नहीं दिया, इससे टीएमसी को फायदा होगा या नुकसान?


सर्वे की मानें तो 43.2 फीसदी लोगों ने माना कि इस फैसले से टीएमसी को फायदा होगा. वहीं 33.2 फीसदी लोगों का मानना है कि 27 विधायकों को टिकट नहीं देने का फैसला टीएमसी को नुकसान पहुंचा सकता है. जबकि 23.6 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय नहीं दी.


ममता बनर्जी ने साल 2016 के मुकाबले कम मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया, इससे फायदा होगा या नुकसान?


इस सवाल के जवाब में 37.1 फीसदी लोगों ने कहा कि इस फैसले से टीएमसी को फायदा होगा. वहीं 33.3 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे टीएमसी को नुकसान हो सकता है. जबकि 29.6 फीसदी लोगों ने अस सवाल के जवाब पर कुछ कह नहीं सकते हैं में जवाब दिया.


क्या लेफ्ट-कांग्रेस-आईएसएफ के गठबंधन की वजह से बीजेपी को फायदा होगा?


38.1 फीसदी लोगों ने कहा कि लेफ्ट-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन की वजह से बीजेपी को फायदा होगा. 35.6 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा नहीं होगा. वहीं 26.3 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय नहीं दी.


बंगाल में कांग्रेस लेफ्ट के साथ लड़ रही है वहीं केरल में लेफ्ट के खिलाफ लड़ रही है, क्या ये कांग्रेस के मापदंड को दर्शाता है?


इस सवाल के जवाब में 40.3 फीसदी लोगों ने कहा कि ये कांग्रेस के दोहरे मापदंड को दर्शाता है. जबकि 23.5 फीसदी ने कहा कि ये फैसला कांग्रेस के दोहरे मापदंड को नहीं दिखाता है. वहीं 36.2 फीसदी लोगों ने इस सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया.


बीजेपी के खिलाफ महंगाई और महिला सुरक्षा के मुद्दे उठाना ममता बनर्जी को फायदा पहुंचाएगा या नुकसान?


इस सवाल के जवाब में 42.9 फीसदी लोगों ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ इन मुद्दों के उठाने से ममता बनर्जी को फायदा होगा. जबकि 32.7 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे टीएमसी को नुकसान होगा. वहीं 24.3 फीसदी लोगों ने कुछ कह नहीं सकते में जवाब दिया.


नंदीग्राम की लड़ाई को कौन जीतेगा?


जाहिर है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सबकी नजरें नंदीग्राम विधानसभा सीट पर है, जहां टीएमसी की तरफ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी की तरफ से शुभेंदु अधिकारी उम्मीदवार हैं. इस सीट पर कौन जीत दर्ज करेगा, इसके जवाब में 51.4 फीसदी लोगों ने कहा कि ममता बनर्जी इस सीट पर जीत दर्ज कर सकती है. वहीं 32.7 फीसदी लोगों का मानना है कि शुभेंदु अधिकारी एक बार फिर इस सीट से जीते सकते हैं. जबकि 5.2 फीसदी लोगों ने कहा कि इन दोनों में से कोई नहीं जीतेगा. 10.7 फीसदी लोगों ने कोई राय नही दी.


क्या मिथुन चक्रवर्ती के चुनावी राजनीति में आने से बीजेपी को जीत दर्ज करने में मदद मिलेगी?


इस सवाल के जवाब में 36.7 फीसदी लोगों ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती के चुनावी राजनीति में आने की वजह से बीजेपी को जीत दर्ज करने में मदद मिलेगी. जबकि 44.8 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे मदद नहीं मिलेगी. वहीं 18.6 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय नहीं दी.


मिथुन चक्रवर्ती के आने के बाद बीजेपी को बाहरी पार्टी बताने की टीएमसी की रणनीति को नुकसान होगा?


सर्वे में 34.2 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे टीएमसी की रणनीति को नुकसान होगा. जबकि 32.3 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे टीएमसी की रणनीति को नुकसान नहीं होगा. वहीं 33.6 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय नहीं दी.


अगर बीजेपी मिथुन चक्रवर्ती को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दें तो क्या पार्टी को फायदा होगा?


इस सवाल के जवाब में 31.4 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा होगा. जबकि 49.4 फीसदी लोगों का मानना है कि बीजेपी अगर मिथुन चक्रवर्ती को सीएम उम्मीदवार घोषित करेगी तो कोई फायदा नहीं होगा. वहीं 19.2 फीसदी लोगों ने इस पर कोई राय नहीं दी.


सीएम पद के लिए ममता बनर्जी और मिथुन चक्रवर्ती में से किसे पसंद करेंगे?


सर्वे में 52.2 फीसदी लोगों ने ममता बनर्जी को अपनी पसंद बताया. वहीं 32.6 फीसदी लोगों ने कहा कि सीएम पद के लिए उनकी पसंद अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती होंगे. 10.6 फीसदी लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि वे इन दोनों में से किसी को भी नहीं चुनेंगे. वहीं 4.6 फीसदी लोगों ने इस पर कोई राय नहीं दी.


बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में उन नेताओं को तवज्जो दी है जो चुनाव से ठीक पहले टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट को छोड़कर पार्टी में आए, क्या इस फैसले से बीजेपी को फायदा होगा?


इस सवाल के जवाब में 34.2 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा होगा. जबकि 39.8 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा नहीं होगा. वहीं 26 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब पर अपनी राय नहीं दी.


(नोट- ये स्नैप पोल 10 मार्च से 12 मार्च के बीच किया गया. इस स्रैनप पोल में 2532 लोगों से बातचीत की गई है और उनसे सवाल जवाब किए गए.)