West Bengal SSC Scam Case: अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी (Arpita Mukherjee And Partha Chatterjee) अब नई मुसीबत में फंस सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग (ID Department) और डीआरआई (DRI) इस मामले में जांच शुरू करेंगे. आयकर विभाग ने अर्पिता की पिछले 5 सालों की आईटीआर तलब की है. छापे के दौरान बरामद सीडी को लेकर पार्थ से पूछताछ हो सकती है. 


इसके अलावा खबर ये भी है कि अगले सप्ताह तक इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी भी संभव है. जांच एजेंसी को शक है कि रिश्वत की रकम नीचे से लेकर ऊपर तक जाती थी. सीबीआई पहले से ही मामले की जांच में जुटी है. कल ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शहर के चिनार पार्क इलाके में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े एक अन्य अपार्टमेंट पर देर शाम छापेमारी की थी.


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ED लगातार कर रही है छापेमारी


ED ने मुखर्जी के एक फ्लैट से लगभग 28 करोड़ रुपये नकदी बरामद करने के एक दिन बाद इस फ्लैट पर छापा मारा था. केंद्रीय एजेंसी कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में मुखर्जी को गिरफ्तार कर चुकी है. पिछले हफ्ते शहर में उसके एक और फ्लैट से ED ने 21 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी जब्त की थी.


ED को इस बात का है शक


ED के अधिकारी ने कहा, ''यह (चिनार पार्क) अपार्टमेंट अर्पिता मुखर्जी का है और हमें संदेह है कि उसके अन्य फ्लैटों की तरह, यहां भी नकदी जमा हो सकती है. हम पड़ोसियों से बात कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां किस तरह की गतिविधियां की गई हैं.''


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