WB SSC Scam: शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल ला दिया है. बीजेपी (BJP) इस घोटाले के खुलासे के बाद से लगातार बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेतृत्व वाली ममता बनर्जी सरकार (Mamta Banerjee Government) की आलोचना कर रही है. शिक्षक घोटाले में जिस लड़की को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीति में तूफान आया है उसकी कहानी किसी हिंदी फिल्म की कहानी से कम नहीं है.
अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) इस कहानी में सबसे अहम किरदार बनकर उभरी है. कभी गुमनामी की जिंदगी जीने वाली अर्पिता अचानाक से बंगाल और देश की मीडिया पर छाई हुई है. बांग्ला और ओडिया फिल्मों में बतौर हिरोइन काम कर चुकी अर्पिता आज चर्चा का केंद्र बनी हुई है. प्रर्वतन निदेशालय की छापेमारी में उनके ठिकानों से 49 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं.
टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की दोस्त अर्पिता मुखर्जी इस वक्त वो नाम है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. उनकी शोहरत की वजह है ये नोटों का अंबार. ईडी को अर्पिता मुखर्जी के दो ठिकानों से नोटों का एक बड़ा जखीरा मिला है. ईडी के अधिकारियों को अर्पिता मुखर्जी के घर से 49 करोड़ रुपये कैश मिले हैं. बता दें कि अर्मित मुखर्जी ने बांग्ला फिल्मों में बतौर हिरोइन काम किया है. हांलाकि, उन्हें अपने फिल्मी करियर में वो शोहरत नहीं मिली जो उन्हें आज एक नेता के साथ रिश्ता रखने पर मिल रही है.
अर्पिता ने ऐसे शुरू किया अपना करियर
कभी कोलकाता के बेलघरिया इलाके के दीवानपाड़ा में एक साधारण से घर में रहने वाली अर्पिता आज दक्षिण कोलकाता के पॉश हाई-राइज कॉम्प्लेक्स में कई फ्लैटों की मालकिन है. अर्पिता ने नेल आर्टिस्ट से लेकर एक मॉडल, ऐक्ट्रेस और फिल्म निर्माता बनने तक का ये सफर महज दो दशकों में पूरा किया है. इन बीस सालों में अर्पिता को देखने वाले भी उसकी दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की देखकर हैरान थे. सूत्रों के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी ने 2004 के आसपास मॉडलिंग में अपना करियर शुरू किया और एक नेल आर्टिस्ट के रूप में अपना नाम भी बनाया. इस दौरान अर्पिता ने पटुली, लेक व्यू रोड और बैरकपुर में तीन नेल आर्ट शोरूम भी खोले.
फिल्मों में निभाए छोटे किरदार
अपने मॉडलिंग करियर के दौरान अर्पिता को बंगाली फिल्मों में छोटी भूमिकाएं मिलने लगीं. उन्होंने कुछ लोकप्रिय अभिनेताओं जैसे प्रोसेनजीत चटर्जी और जीत के साथ भी छोटे रोल किए. अर्पिता ज्यादातर बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी रही हैं. उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है. हालांकि, लीड रोल की जगह वह ज्यादातर फिल्मों में साइड रोल में ही नजर आई हैं. बांग्ला के अलावा अर्पिता ने ओडिया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है. अर्पिता को बांग्ला फिल्म 'अमर अंतरनाड' में भी अभिनय के दौरान नोटिस किया गया था.
पार्थ चटर्जी से ऐसे जुड़े तार
अर्पिता मुखर्जी ने फिल्मों में भले ही बहुत बड़ी जगह नहीं बनाई लेकिन फिर भी एक छोटे-मोटे चेहरे के तौर पर दिखने लगीं. बतौर गेस्ट वो कई मंचों पर दिखने लगीं. इन्हीं में से एक मंच था कोलकाता की नकतला दुर्गा पूजा समिति. ममता सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी कोलकाता की इस लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति का संचालन करते रहे हैं. बताया जा रहा है कि अर्पिता 2019 और 2020 में दुर्गा पूजा समिति नकतला उदयन का चेहरा रही हैं. इसी दुर्गा समिति से पार्थ और अर्पिता के तार जुड़े हैं.
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