West Bengal Panchayat Elections Violence: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान कई जगह हिंसा हुई है. इस दौरान मालदा (Malda) में भी टीएमसी (TMC) नेता की हत्या कर दी गई. इस मामले में राज्य चुनाव आयोग ने डीएम से रिपोर्ट मांगी है. मालदा के सुजापुर में पूर्व पंचायत प्रधान और टीएमसी नेता मुस्तफा शेख (Mustafa Sheikh) की हत्या की गई है. उनके परिवार ने स्थानीय कांग्रेस (Congress) नेताओं पर उनकी हत्या का आरोप लगाया है.
इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. इस हत्या के बाद टीएमसी ने विरोध में सड़क पर जाम भी लगाया. टीएमसी विधायक सबीना येस्मिन ने कहा कि ये एक राजनीतिक हत्या है. जो लोग जमीनी स्तर से टीएमसी को खत्म करना चाहते हैं उन्हें टिकट नहीं दिया गया वे कांग्रेस में शामिल हो गए और उन्हें टिकट मिल गया. इसके बाद उन्होंने उपद्रव करना शुरू कर दिया और इलाके में आतंक फैलाना शुरू कर दिया. आज उन्होंने पूर्व प्रधान मुस्तफा शेख की हत्या कर दी. प्रशासन और चुनाव आयोग को शिकायत दी गई है.
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा
पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव में करीब 74,000 सीटों के लिए कुल 2,36,464 नामांकन पत्र दाखिल किये गये हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान कई जगहों पर हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है. इसके अलावा बंगाल के कूचबिहार जिले में शनिवार को केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रामाणिक के काफिले पर भी कथित तौर पर हमला किया है.
केंद्रीय मंत्री के काफिले पर भी हमला
बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है. हालांकि, टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. इस घटना पर निसिथ प्रामाणिक ने कहा कि राज्य में अराजकता है, हमारी गाड़ी पर पत्थर मारा गया. कहीं बम मारे जा रहे हैं. कानून-व्यवस्था को हर दिन तोड़ा जा रहा है. पुलिस के सामने ये हो रहा है. तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई की और हमारे उम्मीदवारों के नामांकन पत्र को नष्ट कर दिया गया. बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हिंसा का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.
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