West Bengal Politics: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए बुधवार (27 सितंबर 2023) को कांग्रेस और बीजेपी नेता एक मंच पर दिखे. इसके बाद टीएमसी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में माकपा, कांग्रेस और बीजेपी ने उसके खिलाफ गुप्त गठजोड़ यानी सीक्रेट एलायंस किया है. 


टीएमसी के पास से यह बयान तब आया है जब राज्य में बीजेपी के शीर्ष नेता सुभेंदु अधिकारी और कौस्तुभ बागची ने पश्चिम बंगाल में एक रैली में भाग लिया. यह रैली दक्षिण कोलकाता में स्थित कामक स्ट्रीट पर हुई थी जहां पर तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी का कार्यालय है. 


मुझे सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में बुलाया गया था
एक मंच पर दिखने के बाद जब सुवेंदु अधिकारी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘स्कूलों में भर्ती के अभ्यर्थी तृणमूल कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगत रहे हैं और उन्होंने विरोध रैली आयोजित कर मुझे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के नाते इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. यदि कौस्तुभ बागची भी प्रदर्शन में पहुंची तो उससे नुकसान क्या है.'


केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन की तैयारी कर रही टीएमसी
टीएमसी केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. इस प्रदर्शन में टीएमसी केंद्र सरकार को मनरेगा का पैसा नहीं जारी किए जाने को लेकर घेराव करेगी. टीएमसी केंद्र सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और ग्रामीण आवास योजना के तहत राज्य का 15,000 करोड़ रुपये का बकाया रोकने का आरोप लगाया है.


टीएमसी के आरोपों पर क्या बोले ग्रामीण विकास मंत्री
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने टीएमसी सरकार पर आरोप लगाया है कि ममता सरकार की अनियमितताओं के कारण वह उनको पैसा जारी नहीं कर सके हैं. गिरिराज सिंह ने कहा, ‘पैसे दिए जा रहे हैं केंद्र किसी भी राज्य के लिए धनराशि नहीं रोकता है. अनियमितताओं के कारण ही कई बार किसी राज्य को मिलने वाली धनराशि रोक दी जाती है.’