कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा के आगामी दो-दिवसीय मानसून सत्र में समय की कमी और कोरोना की स्थिति की वजह से कोई प्रश्नकाल नहीं होगा. पश्चिम बंगाल विधान सभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने इस बात की जानकारी दी है.


राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 3 सितंबर तक राज्य में कोरोना वायरस के 1 लाख 71 हजार 681 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं और कुल 3394 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो चुकी है.






उधर पश्चिम बंगाल सरकार ने बैंकों को कोरोना से संबंधित प्रतिबंधों में छूट देते हुए शनिवार को काम करने की अनुमति दे दी है. गौरतलब है कि इससे पहले ये घोषणा की जा चुकी है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थान 20 सितंबर तक बंद रहेंगे. इसके अलावा 7, 11 और 12 सितंबर को संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा.


संसद में होगा प्रश्नकाल, लिखित सवाल पूछने की इजाजत


बता दें कि प्रश्नकाल शब्द राजनीतिक गलियारे में सुर्खियों में रहा. 14 सितंबर से शुरू हो रहे मानसून सत्र के दौरान प्रश्नकाल को स्थगित करने का फैसला लिया गया. लेकिन विपक्षी दलों के विरोध के बाद इसमें बदलाव किया गया. संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में लिखित सवाल पूछने की इजाजत दे दी गई.


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