(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पश्चिम बंगाल: TMC ने पूजा पंडाल संबंधी फैसले पर जताई निराशा, विपक्ष ने किया स्वागत
कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के सभी पंडाल को 'नो एंट्री जोन' घोषित किया है. जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने पूजा पंडाल को नो एंट्री जोन घोषित किए जाने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले पर निराशा जताई है.
कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि पूजा पंडाल को नो एंट्री जोन घोषित किए जाने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले से कई लोग निराश होंगे, जबकि राज्य में विपक्षी दलों ने फैसले का स्वागत किया है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि लोग दुर्गा पूजा मनाने के लिए सालभर इंतजार करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्गा पूजा को संभव बनाने वाले कई आयोजक इस आदेश से निराश होंगे.’’ इस बीच, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अदालत के फैसले को सही बताते हुए उसका स्वागत किया. माकपा विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि यह फैसला हजारों लोगों के जीवन की रक्षा करेगा.
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस बार कोविड-19 के कारण हर किसी को कोई न कोई बलिदान देना होगा. उल्लेखनीय है कि अदालत ने कोविड-19 के प्रसार पर काबू के लिए सोमवार को राज्य भर के सभी दुर्गा पूजा पंडालों को प्रवेश निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया. पश्चिम बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के 3.2 लाख मामले सामने आ चुके हैं और इस बीमारी के कारण 6,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि कलकत्ता हाई कोई ने पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के सभी पंडाल को 'नो एंट्री जोन' घोषित किया है. ऐसे में अब श्रद्धालुओं को पंडाल में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी. कोर्ट ने आदेश में कहा है कि पंडाल के अंदर केवल आयोजकों को ही जाने की इजाजत होगी. जिन लोगों को अंदर जाने की इजाजत होगी उनके नाम पंडाल के बाहर लिखे होंगे. अदालत ने आदेश दिया कि छोटे पंडालों के लिए प्रवेश द्वार से पांच मीटर की दूरी पर बैरिकेड लगाने होंगे जबकि बड़े पंडालों के लिए यह दूरी 10 मीटर होनी चाहिए.
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