(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'चाय बागान श्रमिकों के रिटायरमेंट की आयु बढ़ाकर 60 साल करे BJP सरकार, उनके बच्चों को दे स्कॉलरशिप', बंगाल में TMC का प्रदर्शन
तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी सरकार ने चाय श्रमिकों, उनके परिवारों और बागान इंडस्ट्री को समग्र रूप से मदद करने के वादे किए थे. अब इन्हीं मुद्दों पर उनसे जवाब मांगा जा रहा है.
TMC Workers Protest: पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की मांग है कि बीजेपी सरकार चाय बागान श्रमिकों के रिटायरमेंट की आयु बढ़ाकर 60 साल करे. साथ ही चाय बागान श्रमिकों के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप और स्टाइपेंड भी जारी करवाए.
चाय बागान श्रमिकों की मांग पर सरकार के खिलाफ टीएमसी
तृणमूल कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडिल पर कुमारग्राम में किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी गई. बंगाल के चाय बागान श्रमिकों की मांग उठाते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि अब उन पर अत्याचार नहीं होने दिया जाएगा. प्रदर्शन-स्थल पर जुटे तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने कहा, ''हम चाय बागान श्रमिकों के लिए सेवानिवृत्ति की आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष करने की मांग करते हैं. हम चाहते हैं कि बीजेपी सरकार चाय बागान श्रमिकों के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप और स्टाइपेंड भी जारी करवाए.''
We demand an increase in the retirement age for tea garden workers from 58 to 60 years.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 28, 2023
We demand the release of scholarships & stipends for the children of tea garden workers, as promised.
We won't allow the TORTURE meted out to them by @BJP4India govt.
Protest in Kumargram👇🏻 pic.twitter.com/hV9YZwvQ16
बीजेपी विधायकों-सांसदों के आवास के सामने हो रहे प्रदर्शन
तृणमूल कांग्रेस के अलीपुरद्वार जिला अध्यक्ष प्रकाश चिक बरैक ने एक दिन पहले कहा था, ''हम 27 जनवरी से 5 फरवरी तक हर दिन बीजेपी विधायक और सांसद के आवास के सामने प्रदर्शन करेंगे.'' उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि सैकड़ों चाय श्रमिक भविष्य निधि संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और उन्हें अपने वैध बकाया से वंचित किया जा रहा है. इसके अलावा बीजेपी सरकार ने चाय श्रमिकों, उनके परिवारों और बागान इंडस्ट्री को समग्र रूप से मदद करने के वादे किए थे, जो अभी वास्तव में पूरे ही नहीं हुए. अब इन्हीं मुद्दों पर उनसे तृणमूल कांग्रेस जवाब मांग रही है.
उठता रहा है न्यूनतम मजदूरी की मांग का भी मुद्दा
इससे पहले पश्चिम बंगाल में चाय बागान श्रमिक न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर चुके हैं. पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों में भी चाय बागान श्रमिकों ने न्यूनतम मजदूरी लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था.