आसनसोल: भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल राज्य समिति के एक सदस्य समेत पार्टी के दो नेताओं पर अलग-अलग स्थानों पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के संदिग्ध लोगों ने कथित रूप से हमला किया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम वर्द्धमान जिले के आसनसोल में कृष्णेंदु मुखर्जी के घर के पास ही उनकी कार पर बंदूकधारियों ने गोलियां चलाईं, लेकिन हमलावर गाड़ी का दरवाजा खोलने में नाकाम रहे, जिसके कारण उनकी जान बच गई.


इसके अलावा माल्दा जिले के रतुआ में बीजेपी के स्थानीय नेता साबेक अली पर गोली चलाई गई और वह घायल हो गया. हमले के वक्त अली की कार एक ट्रक के पीछे रुकी थी. दोनों ही नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस को इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया. उधर, राज्य के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि इन मामलों की जांच की जा रही है.


इस मामले को लेकर कृष्णेंदु मुखर्जी ने कहा, 'जब मैं रविवार रात को कोलकाता से आसनसोल के हीरापुर स्थित अपने घर लौट रहा था, तभी तीन अज्ञात लोगों ने मेरे घर के पास मेरी कार रोकी और दरवाजे खोलने की कोशिश की. दरवाजा खोलने में नाकाम रहने पर उन्होंने वाहन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं. मुझे आशंका है कि ये लोग तृणमूल कांग्रेस के गुंडे थे.'


हमलावर घटनास्थल से फरार


उन्होंने कहा, 'ड्राइवर मदद के लिए चिल्लाया और मैंने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचने के लिए बार-बार हॉर्न बजाया, जिसके बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए.' मुखर्जी ने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे तृणमूल का हाथ है. उन्होंने कहा कि उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को घटना की जानकारी दे दी है.


वहीं तृणमूल कांग्रेस के आसनसोल दक्षिण के विधायक तापस बनर्जी ने आरोपों को खारिज किया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुखर्जी जबरन वसूली, तस्करी और हत्या के मामलों में आरोपी हैं और इस घटना का कारण उनकी कोई पुरानी दुश्मनी हो सकती है. हीरापुर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि मुखर्जी से एक शिकायत मिली है और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी जा रही है.


हाथ में लगी गोली


एक अन्य घटना में बरेल इलाके में साबेक अली पर बंदूकधारियों ने गोली चलाई जो उनके हाथ में लगी. वह पार्टी का कोई काम करने के बाद घर लौट रहे थे. पुलिस ने बताया कि अली को माल्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हमला तब हुआ जब अली के चालक ने बीच सड़क पर खडे़ ट्रक के पीछे कार रोकी और उसी बीच ट्रक की एक तरफ से तीन लेाग निकले और गोलियां चलाने लगे.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक ड्राइवर ने कार को वहां से निकाला और अली को अस्पताल ले गया. पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में स्थानीय तृणमूल पंचायत प्रधान के पति और और बेटी पर हमले में हाथ होने का आरोप लगाया गया है. प्रदेश बीजेपी महासचिव सायंतन बसु ने अस्पताल में अली से मिलने के बाद इसे सुनियोजित हमला बताया. वहीं माल्दा के तृणमूल जिलाध्यक्ष ने इसे बीजेपी की अंतर्कलह का परिणाम बताया.


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