पश्चिम बंगाल सरकार का प्रमुख औद्दोगिक शिखर सम्मेलन दो दिवसीय बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (BGBS) दो साल के अंतराल के बाद आज से शुरू होने जा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया था लेकिन पीएम मोदी शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे.
तीसरी बार सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस बार उनका लक्ष्य राज्य में 'औद्योगीकरण' शुरू करना है. पिछले हफ्ते मीडिया को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि बंगाल उद्योग का 'प्रवेश द्वार' होगा. BGBS 2019 में 35 देशों के 450 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों सहित 4,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बीजीबीएस के पहले के पांच संस्करणों में प्रस्तावित कारोबार 1,235,578 करोड़ रुपये है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कई मौकों पर बीजीबीएस के पांच संस्करणों से प्राप्त निवेश का विवरण साझा नहीं करने के लिए सरकार को फटकार लगाई थी. इससे पहले राज्यपाल ने राज्य के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा को भी श्वेत पत्र लाने को कहा था.
B2G और B2B इंटरैक्शन होंगे
शिखर सम्मेलन में प्रदर्शनियों और व्यावसायिक नेटवर्किंग के लिए डिजिटल स्थान प्रदान करने के अलावा पूर्ण सत्र, क्षेत्रीय सत्र, B2G और B2B इंटरैक्शन होंगे. इस शिखर सम्मेलन के लिए फोकस क्षेत्र में बुनियादी ढांचा, कृषि और संबद्ध गतिविधियां, एमएसएमई सहित उद्योग, स्वास्थ्य और शिक्षा, पर्यटन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, आईटी और आईटीईएस और खनन सहित सेवाएं शामिल हैं.
तृणमूल कांग्रेस पर विपक्ष का वार
हालांकि विपक्ष ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने ट्वीट करते हुए कहा, “जैसे ही हम टीवी चालू करते हैं या अखबार पढ़ते हैं, हमें हत्या, बलात्कार, हिंसा और बम विस्फोट की घटनाएं मिलेंगी. यह पश्चिम बंगाल की वर्तमान तस्वीर है और इस तस्वीर को पूरी दुनिया में लोग देख रहे हैं. उद्योगपति किस आशा से निवेश करेंगे?”
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