ट्रेन से दिल्ली से मुंबई का सफर जल्द होगा सिर्फ 12 घंटे में, जानें क्या है रेलवे की प्लानिंग
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम रेलवे ने इसके लिए ठेका निकाला है. इस 160 किलोमीटर लंबे रेल रूट पर बाउंड्री वॉल बनाने के लिए 120 करोड़ का बजट रखा गया है. उम्मीद की जा रही है कि मानसून के खत्म होने के बाद अगस्त-सितंबर इस कॉरीडोर पर काम शुरू हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट के लिए मार्च 2024 की डेडलाइन रखी गई है.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई के बीच दूरी कम होने वाली होने वाली है. इसके लिए रेलवे ने पूरी तैयारी भी कर ली है. दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी ट्रेन की रफ्तार को बढ़ाया जाएगा इसके लिए पश्चिमी रेलवे ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है. अभी दिल्ली और मुंबई के बीच लगने करीब 16 घंटे के सफर को 12 घंटे में ही पूरा किया जा सकेगा.
दरअसल दिल्ली और मुंबई के बीच रेलवे विरार और सूरत के बीच 160 किलोमीटर के रेल रूट पर बाउंड्री बनाने की तैयारी कर रहा है. इससे दिल्ली और मुंबई के बीच चलने वाली रादजधानी एक्सप्रेस की स्पीड बढ़ाई जा सकेगी.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम रेलवे ने इसके लिए ठेका निकाला है. इस 160 किलोमीटर लंबे रेल रूट पर बाउंड्री वॉल बनाने के लिए 120 करोड़ का बजट रखा गया है. उम्मीद की जा रही है कि मानसून के खत्म होने के बाद अगस्त-सितंबर इस कॉरीडोर पर काम शुरू हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट के लिए मार्च 2024 की डेडलाइन रखी गई है.
बाउंड्री बनाने से कैसे कम होगी स्पीड?
रेलवे के मुताबिक रेल रूट पर जानवरों और इंसानों की आवाजाही के चलते ट्रेन ऑपरेशन धीमा हो जाता है. बाउंड्री बनने से ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी और बिना किसी रुकावट के ऑपरेशन हो सकेगा.
स्पीड और टाइम में क्या फर्क आएगा?
दिल्ली और मुंबई के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस की मौजूदा स्पीड 130 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार है. इस इस रफ्तार से दिल्ली और मुंबई के बीच सफर में करीब 16 घंटे का समय लगता है. रेलवे का मानना है कि विराट से सूरत के बीच रेल रूट पर बाउंड्री बनने से स्पीड बढ़कर 160 किलो मीटर प्रति घंटे हो जाएगी. वहीं समय घटकर सिर्फ 12 घंटे हो जाएगा.