मुंबईः लॉकडाउन के कारण देश के बड़े शहरों में फंसे हुए श्रमिकों को उनके गृहराज्य पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने के भारतीय रेलवे के फैसले से लाखों प्रवासी मजदूर और उनके परिवारों को फायदा हुआ है. इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अलग-अलग क्षेत्रीय रेलों द्वारा देश के विभिन्न स्टेशनों से चलाया जा रहा है. पश्चिम रेलवे ने भी 2 मई, 2020 से 1 जून, 2020 तक 1214 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चला कर 18.23 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों और उनके परिवारों को उनके गृहराज्यों तक पहुंचाया है.


पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर ने जानकारी देते हुए बताया, ''इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 686 ट्रेनें उत्तर प्रदेश, 274 बिहार, 94  उड़ीसा, 31  मध्य प्रदेश, 42  झारखंड,16  छत्तीसगढ़, 9 राजस्थान, 6  उत्तराखंड, 35 पश्चिम बंगाल और 4 गुजरात के लिए चलाई गईं.''


जनसंपर्क अधिकारी ने बताया, ''कुछ श्रमिक स्पेशल ट्रेनें मणिपुर, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, असम और महाराष्ट्र के लिए भी चलाई गईं. इन ट्रेनों के ज़रिये 2 मई, 2020 से 1 जून, 2020 तक देश के विभिन्न राज्यों में 18.23 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृहनगरों तक पहुंचाया गया है.''


रविन्द्र भाकर ने बताया,  ''इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों ने प्रवासी मजदूरों और उनके परिवारों की तेज़ी से आवाजाही में उल्लेखनीय मदद की है. 1 जून, 2020 को पश्चिम रेलवे से 5 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रवाना हुईं, जिनमें 3 गुजरात से और 2 महाराष्ट्र से चलीं.  इन स्पेशल ट्रेनों में, 4 ट्रेनें पश्चिम बंगाल और एक असम के लिए थीं.  इनमें से,  मुंबई डिवीजन ने 4 ट्रेनें चलीं जिनमें 2 ट्रेनें पश्चिम रेलवे के मुंबई उपनगरीय खंड से चलाई गईं. इनमें बोरीवली स्टेशन और बांद्रा टर्मिनस से एक-एक ट्रेन चलाई गई.''


अधिकारी ने बताया, ''3 मई से 1 जून, 2020 तक, कुल 181 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें मुंबई उपनगरीय खंड से चलीं, जिनमें बांद्रा टर्मिनस से 65 श्रमिक विशेष ट्रेनें, बोरीवली से 71, वसई रोड से 31, दहानू रोड से 2 और पालघर स्टेशन से 12 ट्रेनें शामिल हैं. इन ट्रेनों को गोरखपुर, जौनपुर, गोंडा, वाराणसी, प्रतापगढ़, भागलपुर, प्रयागराज, दरभंगा, दानापुर, हावड़ा आदि के लिए रवाना किया गया.''


उन्होंने बताया कि इन स्पेशल रेलगाड़ियों का संचालन सामाजिक सुरक्षा के मानदंडों को बनाये रखने के साथ किया जा रहा है.  वहीं यात्रियों की उचित थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है. यात्रा के दौरान यात्रियों को फ्री भोजन और पैकेज्ड पीने का पानी भी दिया जा रहा है.


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