पश्चिम रेलवे ने 28 दिनों में साढ़े 17 लाख मजदूरों को मंजिल तक पहुंचाया, अब यात्रियों से की ये खास अपील
पश्चिम रेलवे ने अपील की है कि गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग जब तक बहुत आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें.
मुंबई: लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे दो मई से विशेष श्रमिक ट्रेन चला रहा है. भारतीय रेलवे की पश्चिम रेलवे ने मुंबई और मुंबई से सटे जिलों से दो मई से लेकर 29 मई के बीच लगभग साढ़े 17 लाख यात्रियों को श्रमिक ट्रेन की मदद से उनके गृहराज्य तक पहुंचाया है. इस दौरान वेस्टर्न रेलवे ने 1170 के करीब श्रमिक ट्रेन चलाई है.
वेस्टर्न रेलवे ने मुंबई से जो विशेष ट्रेन चलाई है वो अधिकतर यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए चलाई है. पश्चिम रेलवे महाराष्ट्र , गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों को कवर करती है. श्रमिक ट्रेनों से यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को बिना किसी खर्च, भोजन, पानी की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है.
'यात्रियों की तबियत को लेकर हैं गंभीर'
वहीं श्रमिक ट्रेनों में यात्रा के दौरान कई यात्रियों की तबियत खराब होने से मौत हो रही हैं. रेल मंत्रालय की यात्रियों से अपील की है की पूर्व ग्रसित बीमारी से पीड़ित यात्री, 10 साल से कम और 65 साल से अधिक उम्र के यात्री, गर्भवती महिलाएं अगर बेहद जरूरी ना हो तो यात्रा ना करें.
'मजदूरों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण'
पश्चिम रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, रविंद्र भाकर ने एबीपी न्यूज़ को बताया, "यह देखा जा रहा है कि कुछ ऐसे लोग भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं जो पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनसे कोरोना वायरस महामारी के दौरान उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है. यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं."
'यात्रा करने से बचें बच्चे और बुजुर्ग'
रविंद्र ने कहा, "ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु रेल मंत्रालय द्वारा व पश्चिम रेलवे के यात्रियों से अपील करता है की पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक अत्यंत आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें."
'सभी तक पहुंचे जानकारी'
रविंद्र भाकर ने कहा कि यह जानकारी श्रमिक ट्रेन से यात्रा करने की योजना बना रहे सभी यात्रियों तक पहुंचे, इसलिए अलग अलग प्रसार माध्यमों की मदद से यह जरूरी अपील सभी तक पहुंचाई जा रही है.
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