WFI Controversy: संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने से विनेश फोगाट भी आहत, कैमरे के सामने छलके आंसू
Vinesh Phogat: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई चुनाव जीतने की खबर से पहलवान विनेश फोगाट शुक्रवार को कैमरे पर रो पड़ीं.
WFI Controversy Update: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई चुनाव जीतने के बाद शुरू हुआ विवाद थमता नहीं दिख रहा है. साक्षी मलिक के बाद अब पहलवान विनेश फोगाट शुक्रवार (22 दिसंबर) को कैमरे पर रो पड़ीं.
विनेश फोगाट उन पहलवानों में शामिल हैं, जिन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कुश्ती संस्था के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. सिंह ने विरोध प्रदर्शन के बाद इस साल की शुरुआत में पद से इस्तीफा दे दिया था.
फोगाट ने कैमरे पर रोते हुए कहा, "वैसे तो अब बहुत कम उम्मीदें हैं, लेकिन हमें अब भी भरोसा है कि हमें न्याय मिलेगा. यह दुखद है कि कुश्ती का भविष्य अंधकार में है. हम अपना दुख किसे बताएं? हम अब भी लड़ रहे हैं."
आंदलोन करने वाले पहलवानों ने जताई निराशा
गुरुवार को डब्ल्यूएफआई चुनाव के नतीजे घोषित किए गए. इसमें पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने मीडिया से बातचीत की थी. इस साल जनवरी में बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन शुरू करने वाले पहलवानों ने चुनाव के नतीजे पर निराशा व्यक्त की है.
संजय सिंह पैनल 15 में से 13 पदों पर विजयी
बता दें कि पिछले दिनों भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के नए अध्यक्ष और अन्य पदों के लिए चुनाव हुए थे. इस चुनाव के नतीजे गुरुवार को जारी किए गए. इसमें संजय सिंह के पैनल ने 15 में से 13 पदों पर जीत दर्ज की. दरअसल, संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह का वफादार और काफी खास माना जाता है. बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप है.
साक्षी मलिक ने किया था संन्यास का ऐलान
बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद रेसलर साक्षी मलिक ने गुरुवार (21 दिसंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. इसमें जाने से पहले अपने जूते उतारकर मंच पर रख दिए थे और रोते हुए अपनी बात रखी थी. भावुक साक्षी ने कहा था कि, “हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए. बृजभूषण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है, इसलिए मैं कुश्ती छोड़ रही हूं. मैं निराश हूं और मैं अब कुश्ती में भाग नहीं लूंगी.”
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