Zakir Naik FIFA World Cup: विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक निमंत्रण पर फीफा विश्व कप 2022 (Fifa World Cup 2022) के लिए कतर पहुंचा है. नाइक पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और अभद्र भाषा का आरोप है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पूरी प्रतियोगिता के दौरान धार्मिक लेक्चर देगा.
भारत ने जाकिर नाइक के फीफा विश्व कप में पहुंचने पर कड़ी आपत्ति की है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार (22 नवंबर) को कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत इस मामले पर संबंधित अधिकारियों के सामने "कड़े शब्दों" में अपने विचार प्रकट करेगा.
2016 में भारत छोड़ मलेशिया गया था नाइक
जाकिर नाइक कथित तौर पर साल 2016 में भारत छोड़कर मलेशिया चला गया था, जहां उसे स्थायी निवास प्रदान किया गया. भारत, मलेशिया से उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध कर चुका है. 2016 के अंत में, भारत ने नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) को भी निलंबित कर दिया था. भारत के मुताबिक, उसने विभिन्न धार्मिक समुदायों और समूहों के बीच दुश्मनी, घृणा या अन्य नकारात्मक भावनाओं को फैलाने के प्रयास में समूह के सदस्यों को प्रोत्साहित और सहायता की थी.
2022 में IRF को गया बैन
मार्च 2022 में IRF को एक गैरकानूनी संघ घोषित किया गया और गृह मंत्रालय (MHA) ने पांच साल के लिए इसे गैरकानूनी घोषित कर दिया. गृह मंत्रालय के अनुसार, नाइक ज्ञात आतंकवादियों की प्रशंसा करता रहा है और इस बात की वकालत करता रहा है कि प्रत्येक मुसलमान को आतंकवादी होना चाहिए, जो उसके भाषणों को आपत्तिजनक बनाता है.
भाषणों के कारण विवादों में रहा नाइक
जाकिर नाइक ने अपने एक भाषण में प्रतिबंधित संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के इस्लामी उपदेशक सलमान औदाह का हवाला देते हुए आत्मघाती हमलों का समर्थन किया था. उसने औदाह को इस्लाम के महान विद्वानों में से एक कहा. उसने कहा कि चरम मामलों में इस्लाम में इस तरह के हमलों की अनुमति दी गई थी. नाइक ने फिलिस्तीन की स्थिति का उदाहरण दिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, नाइक ने पाकिस्तानी मंदिर बमबारी का भी बचाव किया. यह तर्क देते हुए कि इस्लामिक देशों को मंदिरों के निर्माण पर रोक लगानी पड़ी.