कोलकाता/भुवनेश्वर: चक्रवात यास अब भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है. इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. इसकी तीव्रता और अधिक हो सकती है. चक्रवात के दौरान हवा की रफ्तार 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की संभावना है.
तूफान 'यास' से क्या-क्या नुकसान होने की संभावनाएं
चक्रवात यास का संभावित लैंडफॉल आज सुबह 11 से दोपहर 1 बजे के बीच बालासोर के पास पारादीप और सागर द्वीप के बीच होगा. इससे बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है. पेड़ उखड़ सकते हैं, बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं. कच्चे मकानों को खतरा है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया कि चक्रवात के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है.
उत्तर पूर्व भारत, पश्चिम बंगाल के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बाकी हिस्सों, बिहार, केरल और तटीय कर्नाटक में एक या दो तेज बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु के आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. दक्षिण कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पश्चिमी हिमालय के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है. ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट पर समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी. हवा की गति ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बहुत तेज होगी.
खतरे को देखते हुए सुरक्षा के तमाम इंतजाम
यास तूफान के खतरे को देखते हुए पूर्वी तट से सटे बंगाल की खाड़ी में जितने भी ऑयल-रिग है उन्हें खाली करा दिया गया है. इसके अलावा जो 70 मर्चेंट शिप समंदर में थे, उन्हें भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. कोस्टगार्ड के डिप्टी डीजी ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में बताया कि किसी भी चुनौती से निपटने के लिए कोस्टगार्ड के कुल 20 जहाज और 3 एयरक्राफ्ट इस वक्त बंगाल की खाड़ी में तैनात हैं.
कोस्टगार्ड के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (ऑपरेशन्स) के आर सुरेश के मुताबिक, यास तूफान जिस दिशा से गुजर रहा है वहां से सबसे निकटतम ऑयल-रिग और दूसरे ऑफशोर डेवलपमेंट एरिया (ओडीए) करीब 750 किलोमीटर दूर है. लेकिन जिस तरह ताउते तूफान की चपेट में ऑयल रिग और वहां तैनात बार्ज और उसपर मौजूद क्रू आ गया था, इसलिए बंगाल खाड़ी की खाड़ी में सभी ऑयल-रिग्स और उनके बार्ज को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
कोस्टगार्ड के ऑपरेशन्स हेड के मुताबिक, यास तूफान के अलर्ट मिलते ही 19 मई से ही सभी जहाज, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर्स को अलर्ट कर दिया गया था. हालांकि, 24 मई से ही यास ने एक तूफान की शक्ल ली, लेकिन उससे पहले ही ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार राज्यों में सभी सुरक्षा इंतजाम कर दिए गए थे. इसके अलावा एनडीआरएफ, नौसेना और वायुसेना भी चक्रवात के खिलाफ तैनात हैं.
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