Prashant Kishor on Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली की शराब नीति मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. विपक्ष ने ईडी की इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी ने भी शुक्रवार को केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किए. इस दौरान कई आप नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. इन सबके बीच चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी और ईडी पर सवाल उठाए हैं.
यूपी तक की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने कहा, ईडी के खिलाफ समाज में एक छवि बनती जा रही है कि जो व्यक्ति बीजेपी के साथ नहीं है, उस पर ईडी-सीबीआई का छापा पड़ेगा. उन्होंने कहा, ईडी-सीबीआई को अपना काम करना चाहिए, जिसकी गलती हो, उसी की जांच हो और उसे सजा मिले, तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन दिक्कत की बात ये है कि अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ जांच चल रही है और वह बीजेपी में चला जाता है तो उसके खिलाफ जांच रुक जाती है.
बीजेपी में जाकर साधु बन जाते हैं- पीके
पीके ने कहा, लालू यादव, टीएमसी हो या अरविंद केजरीवाल किसी के खिलाफ जांच हो, लोगों को दिक्कत नहीं है. लेकिन दिक्कत ये है कि जिसके खिलाफ जांच चल रही है, अगर वही कल बीजेपी में चला जाता है, तो वह साधु हो जाता है. इससे लोगो को दिक्कत है.
प्रशांत किशोर ने कहा, लोगों को इस बात से दिक्कत होनी चाहिए कि अगर कल तक कानून की नजर में जो आदमी गलत था, दोषी था, जांच के योग्य था तो बीजेपी में शामिल होने भर से वह साफ कैसे हो जाएगा. इसलिए लोग कहते हैं कि बीजेपी वाशिंग मशीन है. तभी लोगों के मन में ये सवाल आता है कि जांच एजेंसी का इस्तेमाल जांच के लिए बल्कि उन लोगों को डराने के लिए हो रहा है जो आपके सामने खड़े हैं. लोकतंत्र में कोई आपका विरोध न करे, ये दिक्कत है.