Jairam Ramesh On Abhijit Gangopadhyay: कांग्रेस ने सोमवार (25 मार्च) को कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और अब लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय पर उनकी एक टिप्पणी को लेकर निशाना साधा. गंगोपाध्याय ने महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के संबंध में टिप्पणी की थी. 


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार (25 मार्च) को अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, ''यह दयनीय से भी बदतर है कि कलकत्ता हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश, जिन्होंने किसी और के नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री के आशीर्वाद से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था, अब कहते हैं कि वह गांधी और गोडसे में से किसी एक को नहीं चुन सकते.''


कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और उन लोगों को उनकी उम्मीदवारी तुरंत वापस ले लेनी चाहिए जिन्होंने महात्मा की विरासत को हथियाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.'' जयराम रमेश ने तंज कसा, ''फादर ऑफ द डो-नेशन राष्ट्रपिता की रक्षा के लिए क्या करेंगे?''






इस महीने अभिजीत गंगोपाध्याय ने दिया था न्यायाधीश के पद से इस्तीफा


बता दें अभिजीत गंगोपाध्याय ने इसी महीने की शुरुआत (5 मार्च को) में कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद बीजेपी में शामिल होने की अपनी योजना की घोषणा की थी. वहीं, रविवार (24 मार्च) को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जारी हुई बीजेपी की पांचवीं सूची में उन्हें भी उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई. बीजेपी ने अभिजीत गंगोपाध्याय को पश्चिम बंगाल के तामलुक से टिकट दिया है. वह इस सीट से टीएमसी उम्मीदवार देवांग्शु भट्टाचार्य के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.


महात्मा गांधी और गोडसे को लेकर अभिजीत गंगोपाध्याय ने क्या कहा था?


अभिजीत गंगोपाध्याय ने हाल में एक बंगाली चैनल से कहा था कि वह गांधी और गोडसे में से किसी एक को नहीं चुन सकते. इंडिया टुडे के मुताबिक, अभिजीत भट्टाचार्य ने आजतक बांग्ला को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ''कानूनी पेशे से जुड़े व्यक्ति के रूप में मुझे कहानी के दूसरे पक्ष को समझने की कोशिश करनी चाहिए. मुझे उनका (नाथूराम गोडसे) लिखा हुआ पढ़ना चाहिए और समझना चाहिए कि उन्हें महात्मा गांधी की हत्या के लिए किस चीज ने उकसाया. तब तक मैं गांधी और गोडसे के बीच चयन नहीं कर सकता.''


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