Aam Aadmi Party: आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. जहां एक तरफ पार्टी अलग-अलग राज्यों में पुराने संगठन को खत्म कर नए संगठन तैयार करने का काम कर रही है. तो वहीं पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार दूसरी पार्टी के नेताओं के साथ मुलाकात भी कर रहे हैं. 


हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने JDU नेता KC त्यागी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. हालाँकि इन मुलाक़ातों के कई मायने निकाले जा रहे हैं लेकिन पार्टी का कहना है कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी. ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर क्या रहेगी पार्टी की रणनीति और साथ ही 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों में किस राज्य पर रहेगा रहेगा पार्टी का फोकस? इन सभी मामलों पर ABP न्यूज ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद डॉ संदीप पाठक से एक्सक्लूसिव बातचीत की. 


सवाल: 2024 आम चुनावों में क्या है बीजेपी के खिलाफ आप की रणनीति?
जवाब : इस वक़्त हम पूरे देशभर में अपने संगठन को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. पूरे संगठन को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है. इस दौरान अरविंद केजरीवाल के मॉडल को पूरे देश में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. संगठन तैयार होने के बाद यह तय किया जाएगा कि अलग-अलग राज्यों में किस तरह से चुनाव लड़ना है. इतना जरूर है कि राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद हम सभी जगह पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे. 


सवाल: किसी फ्रंट का हिस्सा बनेगी आम आदमी पार्टी?
जवाब : ये हम पहले भी साफ़ कर चुके हैं कि हमारी पार्टी जोड़-तोड़ की राजनीति में भरोसा नहीं रखती और हम यह करेंगे भी नहीं. हम अपने दम पर, अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. अगर इस बीच अरविंद केजरीवाल बाक़ी पार्टी के नेताओं के साथ मुलाक़ात कर भी रहे हैं तो इसे एक शिष्टाचार भेंट के तौर पर देखा जाना चाहिए. क्योंकि शिष्टाचार भेंट राजनीति में कभी खत्म नहीं होनी चाहिये.


हमारी लड़ाई मुद्दों पर होनी चाहिए ना कि राजनेताओं के साथ आपस में लड़ना चाहिये. आजकल चीजें थोड़ी खराब जरूर हो गयी है. बीजेपी की वजह से ये माहौल खराब हो गया है. पहले ऐसा नहीं होता था लोग एक दूसरे से खूब मिलते थे और चर्चा होती थी. लेकिन फिर से कहूंगा कि AAP जोड़-तोड़ की राजनीति करना नहीं जानती है. 


सवाल: 2024 लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर लड़ेगी AAP?
जवाब : ये हमारे लिए बहुत जल्दी होगा कहना कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है. फिलहाल हम संगठन पर काम कर रहे हैं. फिर आगे परिस्थितियां देखेंगे. जिस तरह की परिस्थितियां बनेंगी उसी हिसाब से फैसला लिया जाएगा. 


सवाल: AAP पर कभी कांग्रेस की तो कभी बीजेपी की B टीम होने का आरोप लगता है, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब : बीजेपी और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं बचा है. कांग्रेस की तो कोई नीति रही नहीं. कांग्रेस बिकने के लिए तैयार रहती है. या तो वो चुनाव से पहले बिक जाते हैं या फिर चुनाव के बाद बिक जाते हैं. हम किसी की ABCD टीम में नहीं हैं. हम A प्लस टीम है. आने वाले समय में हम इनको चुनाव लड़ना सिखाएंगे.  ये अलग-अलग राज्यों में एक साथ चुनाव लड़ते हैं और अब इन्हें इकट्ठा ही चुनाव लड़ना पड़ेगा. 


सवाल: 2023 विधानसभा चुनाव में किन राज्यों में AAP का फोकस रहेगा?
जवाब : इस साल तकरीबन 9 राज्यों में चुनाव होने हैं. इन सभी जगह पर फिलहाल हम संगठन तैयार कर रहे है. यह संगठन गांव-गांव पहुंचेगा. उसके बाद जिस तरीके का रिएक्शन मिलता है उस हिसाब से तय किया जाएगा कि कहां किस तरह से चुनाव लड़ना है.


Rajasthan Budget 2023 Live: 100 यूनिट तक बिजली, 25 लाख का इलाज और सभी भर्ती परीक्षाएं फ्री, गहलोत का सदन में बड़ा एलान