Sonali Phogat Case: 'मेथामफेटामाइन' ड्रग जिसने सुला दिया सोनाली फोगाट को मौत की नींद, जानिए इस साइलेंट किलर के बारे में सबकुछ
Sonali Phogat Murder Case: बीजेपी नेता और सोशल मीडिया का चेहरा रही सोनाली फोगाट की हत्या के आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने उन्हें पेय पदार्थ में ड्रग्स मिलाकर दी थी. ये ड्रग मेथामफेटामाइन है.
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Cause Of Sonali Phogat Death Methamphetamine Drug: बीजेपी की नेता रही सोनाली फोगाट (Sonali Phogat ) की गोवा में मौत हो गई थी. पहले उनकी मौत को दिल के दौरे से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने सारे राज खोल दिए. उन्हें ड्रग देकर मौत के आगोश में धकेलने की पुष्टि हुई तो उनके हत्या आरोपियों ने उन्हें ड्रिंक में मिलाकर ड्रग देने की बात कबूली. यहीं नहीं आरोपी सुधीर सांगवान (Sudhir Sangwan) के खुलासे के आधार पर कर्लीज (Curlies) रेस्टोरेंट के वॉशरूम से सोनाली को दी गई ड्रग्स (Drug) भी जब्त की गई हैं. जब्त की गई ये ड्रग मेथामफेटामाइन (Methamphetamine) थी. तो आइए जानते हैं क्या है मेथामफेटामाइन जिसने जिंदगी से भरी सोनाली से हमेशा के लिए उसकी जिंदगी ही छीन ली.
क्या है मेथामफेटामाइन?
मेथामफेटामाइन (Methamphetamine) की खोज 1893 में हुई थी. इसे क्रैंक, स्पीड और मैथ नाम से भी जाना जाता है. दरअसल ये एक शक्तिशाली उत्तेजक हैं. जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर असर डालता है. ये बेहद नशीला होता है. आमतौर पर इसका नशे के रूप में दुरूपयोग किया जाता है. एमईटी यूरिन टेस्ट के जरिए पेशाब में इस ड्रग का पता किया जाता है. बेहद शक्तिशाली उत्तेजना पैदा करने वाली इस ड्रग्स को ड्रग के लती अपने नशे को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल में लाते हैं. सामान्य तौर पर ये सूंघा और खाया जाता है, या फिर इंजेक्शन के जरिए इसे नसों में लिया जाता है. आमतौर पर इसका असर 6 से 8 घंटे तक रहता है. हालांकि इसका असर 24 घंटे तक भी रह सकता है. इसे लेने वाले शख्स को यूफोरिया यानी बेहद खुशी का एहसास होता है. दिखने में ये ड्रग चमकदार क्रिस्टल जैसी होती है. स्वाद की बात की जाए तो ये ड्रग कड़वे स्वाद वाली पाउडर या गोली है. रासायनिक संरचना में ये एम्फ़ैटेमिन (दवा) जैसी है, जिसका इस्तेमाल अंटेशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) और नार्कोलेप्सी में होता है. यह दोनों ही बीमारियां नींद से जुड़ी हैं.
क्या होता है इसका शरीर पर असर
जैसा कि मेथामफेटामाइन केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर सीधा असर करता है. इससे इंसान में भ्रम, मतिभ्रम गुस्सा और हिंसा के लिए उतारू हो जैसी प्रवृति पैदा होती है.ये सीधे इंसानी दिमाग को अपना निशाना बनाता है. जहां ये डोपामाइन (Dopamine) कैमिकल को बढ़ा देता है. ये खुशी, उत्साह और प्रेरणा की अनुभूति कराने वाला कैमिकल है, यही वजह है कि इस ड्रग के लेने से इंसान को अस्थायी तौर पर बेहद खुशी होती है. इसे लेने वाले शख्स के अंदर इसे बार-बार लेने की इच्छा बलवती होती है. लंबे वक्त तक इसे लेने से दिमाग और दिल पर बुरा असर पड़ता है. इसकी बेहद अधिक खुराक लेने से ये जानलेवा साबित होती है. इसकी ओवरडोज लेने से बहुत गुस्सा आने, अधिक व्याकुलता, हाई ब्लड, प्रेशर, हाइपरएक्टिविटी, साइकोसिस, हार्ट रेट का बढ़ जाना, शरीर का तापमान बढ़ जाना और आंखों की पुतली बड़े होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. लंबे वक्त तक इसका इस्तेमाल करने से दांतों में सड़न, वजन कम हो जाना, चिंता, याददाश्त कम होने, नींद संबंधी परेशानी होना, शरीर में खुजली होने जैसी परेशानियां पेश आती हैं. अगर यूरिन टेस्ट में मेथामफेटामाइन ड्रग की मात्रा 500 नैनो ग्राम प्रति मिलीलीटर से या उससे कम होने पर इसे नेगेटिव माना जाता है, लेकिन इससे अधिक होने पर टेस्ट पॉजिटिव माना जाता है.
सोनाली फोगाट के शरीर में मिला मेथामफेटामाइन ड्रग
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता सोनाली फोगाट को मौत से पहले गोवा (Goa ) के रेस्तरां में आरोपियों ने ‘मेथामफेटामाइन’ नामक ड्रग दिया था. गोवा पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.पुलिस उपाधीक्षक जीवबा दलवी ने कहा कि अंजुना के कर्लीज रेस्तरां में फोगाट जो मादक पदार्थ दिया गया था, उसके बचे हुए हिस्से को रेस्तरां के प्रसाधन कक्ष (वॉशरूम) से जब्त किया गया है.पुलिस ने इस मामले में अब तक फोगाट के निजी सहायक सुधीर सांगवान, एक अन्य सहयोगी सुखविंदर सिंह, रेस्तरां के मालिक एडविन न्यून्स और कथित मादक पदार्थ तस्कर दत्ता प्रसाद गांवकर को गिरफ्तार किया है.सिंह और सांगवान पर हत्या के आरोप में जबकि गांवकर और न्यून्स के खिलाफ स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.दलवी ने कहा, ‘‘फोगाट को जो मादक पदार्थ दिया गया, उसे मेथामफेटामाइन के रूप में पहचाना गया है.’’गांवकर ने कथित तौर पर सिंह और सांगवान को मादक पदार्थ की आपूर्ति की थी. गांवकर अंजुना के उस होटल का कर्मचारी है, जहां फोगाट ठहरी थीं. पूर्व टिकटॉक कलाकार और रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के 14वें सत्र की प्रतिभागी रहीं फोगाट की गोवा आने के एक दिन बाद 23 अगस्त को मौत हो गई थी.
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