प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार भी हर साल की तरह दिवाली को बड़े ही खास अंदाज में मना रहे हैं. प्रधानमंत्री सीडीएस बिपिन रावत, आर्मी चीफ एम.एम. नरवणे और एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और बीएसएफ के डीजी राकेश अस्थाना के साथ राजस्थान के जैसलमेर बॉर्डर पहुंच चुके हैं. यहां पर वह जैसलमेर के लोंगेवाला बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं. लोंगेवाला सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक पोस्ट हैं.
कैसे बना लोंगेवाला का युद्ध इतिहास?
लोंगेवाला का भारत के सैन्य इतिहास में महत्वपर्ण स्थान है. ये वही जगह है जहां पर भारत ने 1971 की भीषण लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटाया था. इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ऊपर जो कहर बरपाया था उसे वह उसे याद कर अब भी सिहर उठता है.
लोंगेवाला पोस्ट वेस्टर्न बॉर्डर पर एक रणनीतिक पोस्ट है. इसे 'लोंगेवाला की लड़ाई' या 'लोंगेवाला का युद्ध' के रूप में जाना जाता है. 4 जून को 40-50 टैंकों के साथ कब्जा करने आए करीब 3,000 पाकिस्तानी जवानों से मात्र 120 भारतीय सेना के जवानों की टुकड़ी ने ना सिर्फ मुकाबला किया था, बल्कि उसके टैंकों को ध्वस्त कर हरा दिया था, जो एक इतिहास बन गया. इस लड़ाई को दुनिया के सबसे भयानक टैंक युद्धों में से एक माना जाता है.
लोंगेवाला की लड़ाई पर ही बनी थी फिल्म ‘बॉर्डर’
गौरतलब है की काफी पोपुलर हुई जेपी दत्ता की फिल्म बॉर्डर लोंगेवाला की लड़ाई पर ही आधारित थी. इसमें फिल्म के अंदर एक्टर सनी देओल ने ब्रिगेडियर चांदपुरी का रोल निभाया था. उस वक्त तब वह मेजर थे. 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाला पोस्ट पर हुई जंग के असली हीरो मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी ही थे, जो बाद में ब्रिगेडियर भी बने. राजस्थान के लोंगेवाला में भारत-पाक बॉर्डर पर बहादुरी के लिए चांदपुरी को महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
हर साल दिवाली पर जवानों के बीच पहुंचते है पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी हर साल जवानों के बीच दिवाली मनाने पहुंचते हैं. पिछले साल यानी 2019 में दिवाली के मौके पर पीएम मोदी जम्मू कश्मीर के राजौरी में दिवाली मनाने पहुंचे थे. इससे पहले, 2018 में पीएम मोदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सेना और आईटीबीपी के जवानों संग दिवाली मनाई थी.
2017 में भी पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में BSF और सेना के जवानों के साथ दीवाली मनाई थी. तब भी पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया था. 2016 में पीएम मोदी हिमाचल प्रदेश के आर्मी और डोगरा स्काउट्स के जवानों के बीच पहुंचे थे. यहां पीएम जवानों से दोस्त की तरह मिले. जवानों को हौसला बढ़ाया और फोटो भी खिंचवाई. 2015 में पीएम मोदी ने पंजाब में भारतीय सेना के जवानों के बीच दीवाली मनाई थी. तब उन्होंने 1965 युद्ध के वॉर मेमोरियल जाकर पाकिस्तान को संदेश दिया था. इससे पहले 2014 में पीएम मोदी ने सियाचिन में जवानों के साथ दीवाली मनाई थी.
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