वर्ष 2020 के शांति नोबेल पुरस्कार से वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को सम्मानित किया जाएगा. वैश्विक स्तर पर भूख से लड़ने और खाद्य सुरक्षा के प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र के इस कार्यक्रम को यह सम्मान देने की शुक्रवार को घोषणा की गई.
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) ने पिछले साल दुनिया के 88 देशों के करीब 10 करोड़ लोगों को सहायता उपलब्ध कराई है. बता दें वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ही वह मुख्य संस्था है जिसके जरिए संयुक्त राष्ट्र भुखमरी खत्म करने के लक्ष्य को पाने की दिशा में काम करता है. युद्ध, प्राकृतिक आपदा और अकाल जैसी आपात स्थितियों में WFP खाद्य सहायता उपलब्ध करता है. हम आपको बताते हैं इस संस्था के बारे में जरूरी बातें-
1-अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर ने 1962 में इस संस्था को बनाने सुझाव दिया था.
2-अपनी स्थापना के कुछ समय के अंदर ही WFP ने भूंकप प्रभावित उत्तर ईरान खाद्य सहायता उपलब्ध करवाई. उत्तर ईरान में आए इस भयंकर भूकंप में 12000 से ज्यादा लोगों को मौत हो गई थी. WFP ने 1500 मैट्रिक टन गेहूं, 270 टन चीन और 27 टन चाय भेजी थी.
3-1963 में WFP का पहला स्कूल मील प्रोजेक्ट शुरू हुआ जो कि दो साल बाद 1965 में पूरी तरह संयुक्त राष्ट्र का प्रोग्राम बन गया.
4-WFP के पास 5600 ट्रक, 30 जहाज और 100 के आसपास विमान हैं. हर साल वह राशन की 1500 करोड़ डिलीवरी करता है.
5-दुनिया के 80 से ज्यादा देशों में WFP के कार्यालय हैं और इटली के रोम में इसका हेडक्वार्टर है.
6- संयुक्त राष्ट्र की दो अन्य एजेंसी खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और अंतरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष (आईएफएडी) के साथ मिलकर WFP काम करता है.
7-WFP पूरी तरह से स्वैच्छिक दान से चलने वाला संगठन है. इसके फंड का बड़ा हिस्सा सरकारों से आता है.
8-WFP में 1700 कर्मचारी काम करते हैं. इनमें 90 % कर्मचारी उन देशों के हैं जहां WFP मदद पहुंच रहा है.
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