Raj Thackeray Arrest: महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद के बीच राज ठाकरे (Raj Thackeray) के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. ऐसे में राज ठाकरे को पुलिस कभी भी गिरफ्तार कर सकती है. ऐसे में पुलिस को चेतावनी देते हुए एमएनएस प्रवक्ता यशवंत किलेदार ने मुंबई पुलिस को आगाह किया है.
यशवंत किलेदार ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, " चूंकि राज ठाकरे के खिलाफ एफआईआर संभाजी नगर में दर्ज की गई है इसलिए वहां कि पुलिस लोकल थाने को जानकारी देते हुए उनको गिरफ्तार कर सकती है. लेकिन वो ये नहीं सोंचे कि वो उनको आज गिरफ्तार करेंगे. वह अगले आधे घंटे में इस मामले में अपना बयान जारी करेंगे."
क्या कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे राज ठाकरे ?
औरंगाबाद में दर्ज FIR मामले में राज ठाकरे अपनी लीगल टीम से चर्चा कर रहे हैं. यहीं पर यह तय किया जाएगा इस मामले में ठाकरे के लिए अग्रिम जमानत याचिका दायर करनी है या नहीं. इस पर निर्णय करने को लेकर वह संबंधित कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं.
इस मामले में राज ठाकरे फिलहाल औरंगाबाद नहीं जाएंगे. थोड़ी देर में राज ठाकरे अपना बयान प्रेस रिलीज़ के माध्यम से जारी करने वाले हैं. इस प्रेस नोट को हिंदी, अंग्रेजी और मराठी भाषा में लिखा जा रहा है. इसके बाद इस प्रेस नोट को राज ठाकरे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शेयर करेंगे.
1 मई को राज ठाकरे ने की थी रैली
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर चल रही बहस के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS)चीफ राज ठाकरे ने 1 मई को औरंगाबाद में रैली की. उस दौरान उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि आज तारीख एक मई है, कल दो मई है, 3 मई को ईद है, इसके बाद 4 मई को हम नहीं सुनेंगे.
4 मई को जहां-जहां लाउडस्पीकर लगे हुए है, वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. आज ठाकरे द्वारा दिए गए अल्टीमेटम का आखिरी दिन है. ऐसे में राज्य में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए गृहमंत्री समेत सीएम ने बैठक की.
रैली की वीडियो रिकॉर्डिंग देखने के बाद केस दर्ज
1 मई को राज ठाकरे ने अपने हजारों समर्थकों की मौजूदगी में औरंगाबाद में बड़ी रैली की थी. महाराष्ट्र पुलिस ने कई शर्तों के साथ रैली को मंजूरी दी थी. लेकिन अब इसी रैली को लेकर राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही आयोजकों का नाम भी एफआईआर में शामिल है. बताया गया है कि पुलिस ने पूरी रैली की वीडियो रिकॉर्डिंग की थी, जिसे देखने के बाद ये मामला दर्ज किया गया है.