(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
CSDS-Lokniti Survey: गुजरात सरकार के काम से कितने संतुष्ट हैं लोग, मिले चौंकाने वाले जवाब
CSDS-Lokniti Survey: लोकनीति-सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज यानि सीएसडीएस ने एक सर्वे किया है. इस सर्वे में पिछले 5 सालों में राज्य सरकार के प्रदर्शन पर गुजरात के लोगों की राय मांगी थी.
CSDS-Lokniti Survey: नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजनीतिक क्षेत्र में जब 2013-14 में प्रवेश किया, तो उन्हें गुजरात (Gujarat) के विकास मॉडल (Development Model) के तौर पर पेश किया गया. अब लगभग एक दशक बाद क्या उस मॉडल (Model) की यादें गुजराती मतदाता (Gujarat Voters) के साथ हैं? जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) नजदीक आ रहे हैं, क्या गुजरात के वोटर्स अभी भी उस यादों पर गर्व करते हैं? क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने साल 1995 में पहली बार गुजरात में सरकार बनाई थी. उसके बाद से वह लगातार सत्ता में बनी हुई है. हालिया सर्वे में राज्य में शासन और विकास पर हर तबके ने चौंकाने वाले जवाब दिए.
लोकनीति-सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज यानि सीएसडीएस ने एक सर्वे किया है. इस सर्वे में पिछले 5 सालों में राज्य सरकार के प्रदर्शन पर गुजरात के लोगों की राय मांगी. सीएसडीएस के सर्वे में शामिल करीब दो-तिहाई लोगों ने कहा कि वह प्रदेश सरकार के काम से संतुष्ट थे. बाकी एक तिहाई लोगों ने राज्य की बीजेपी सरकार के काम को लेकर असंतोष जताया. चलिए जानते हैं सर्वे में गुजरात की जनता से क्या-क्या सवाल पूछे गए और क्या जवाब मिला.
बीजेपी सरकार के काम से संतुष्ट या असंतुष्ट हैं?
दरअसल, राज्य सरकार के काम के आकलन को लेकर सर्वेकर्ताओं ने लोगों से पूछा, आप पिछले 5 सालों के दौरान गुजरात की बीजेपी सरकार के काम से संतुष्ट या असंतुष्ट हैं?. इस पर लोगों ने चौंकाने वाला जवाब दिया है. साल 2017 विधानसभा चुनाव के वक्त हुए सर्वे की तुलना में साल 2022 में राज्य सरकार के काम से संतुष्ट होने का आंकडे में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. सबसे अहम बात ये है कि सरकार के काम से एकदम संतुष्टि होने वालों की संख्या साल 2017 में केवल 8 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 31 प्रतिशत हो गई है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 साल में राज्य की बीजेपी सरकार के काम से गुजरात के हर तबके की अलग-अलग राय है. करीब हर तबके ने चौंकाने वाला जवाब दिया है.
पूरी तरह से संतुष्ट कुछ हद तक संतुष्ट कुछ हद तक असंतुष्ट पूरी तरह से असंतुष्ट
कुल 22% 42% 14% 19%
शहरी 21% 38% 16% 22%
ग्रामीण 23% 45% 13% 17%
अमीर 36% 40% 16% 7%
गरीब 15% 38% 13% 31%
मध्यमवर्गीय 28% 44% 14% 13%
निचता तबका 21% 45% 16% 15%
शहरों की तुलना में ग्रामीण विकास से संतुष्ट
सीएसडीएस-लोकनीति सर्वे के अनुसार, राज्य में संतुष्ट लोगों में निम्न और गरीब वर्गों की अपेक्षा में ज्यादातर लोग मध्यम और अमीर वर्ग के हैं. शहरी लोगों की तुलना में ग्रामीण इलाके में भी अधिक लोग संतुष्टि है. इसको इस तरह से समझा जाए तो शहरी इलाका बनाम ग्रमीण क्षेत्र यानि लोग 68 प्रतिशत गांव और 59 प्रतिशत शहर के लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट है. वहीं, राज्य सरकार के पिछले 5 सालों के दौरान काम से कितने वोटर्स संतुष्ट है. जैसे- केवल अमीरों के लिए या बिल्कुल भी काम नहीं हुआ. इस सवाल के जवाब में हर 10 जवाब देने वालों में से केवल 3 ने कहा कि विकास सभी वर्गों के लिए हुआ है और 7 उत्तरदाताओं ने कहा, "केवल अमीरों 52 प्रतिशत के लिए विकास हुआ है.
डेवलपमेंट को लेकर अमीर और गरीब का वोट?
विकास केवल अमीरों के लिए हुआ विकास सबके लिए हुआ विकास हुआ ही नहीं
अमीर 40% 42% 10%
मध्यवर्गीय 49% 35% 9%
गरीब 58% 26% 6%
निचला तबका 52% 28% 8%
शहरी 51% 36% 7%
ग्रामीण 53% 27% 8%
क्या गुजरात अब पहले जितना विकसित राज्य नहीं है?
वहीं, सर्वे (CSDS-Lokniti Survey) के दौरान जनता से जब पूछा गया कि अब गुजरात (Gujarat) उतना विकसित नहीं है जितना पहले था. इस पर लोगों ने हैरान करने वाला जवाब दिया. सर्वे (Survey) के अनुसार, साल 2017 में 38 प्रतिशत की अपेक्षा 2022 में 51 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. इसके अलावा साल उन लोगों की संख्या बढ़ी है जिन्होंने कहा कि 2017 की तुलना में गुजरात अब उतना विकसित (Development) प्रदेश नहीं है, जितना पहले करता था.
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