India China Border Dispute: डोकलाम (Doklam) के नजदीक चीन (China) द्वारा एक गांव बसा देने का दावा करने वाली खबरों के बीच सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह भारत (India) की सुरक्षा से जुड़े सभी घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखती है और उसके मुताबिक कार्रवाई करती है. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) ने पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में डिसइंगेजमेंट (Disengagement) की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए चीन के साथ और बातचीत होने उम्मीद जताई.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से जब चीनी गांव को दिखाने वाली सैटेलाइट तस्वीरों के बारे में पूछ गया तो उन्होंने कहा, “'मैं मीडिया में आई खबरों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. मैं विशेष रूप से डोकलाम के संदर्भ में एक विस्तृत बात कहना चाहता हूं कि कृपया आश्वस्त रहें कि सरकार भारत की सुरक्षा पर असर डालने वाले सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखे हुए है और इसकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करती है.”
73 दिनों तक बना रहा गतिरोध
बता दें भारत और चीन के बीच डोकलाम ट्राई-जंक्शन (Doklam Tri-Junction) पर 73 दिनों तक गतिरोध बना रहा. यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब चीन ने उस क्षेत्र में एक सड़क का विस्तार करने की कोशिश की, जिस पर भूटान (Bhutan) ने दावा किया था. मंगलवार को सामने आए गांव की तस्वीरें दिखाती हैं कि नई बस्ती पूरी तरह से बसी हुई है और हर घर की चौखट पर कारें खड़ी हैं.
पिछले साल हुआ था भूटान और चीन में समझौता
पिछले साल अक्टूबर में, भूटान (Bhutan) और चीन (China) ने अपने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत में तेजी लाने के लिए 'तीन-चरणीय रोडमैप' के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. भूटान चीन के साथ 400 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा (Border) साझा करता है.
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