कोविड 19 की वैक्सीन को लेकर क्या नया है CDC की गाइडलाइन में जानिये!
कोरोना वायरस के मरीज को अगर वैक्सीन दी जाती है और अगर वो वैक्सीन की दोनों खुराक लेता है, तो उसे कुछ हद तक सख्त नियमों को मानने से रियायत मिलेगी.
देश में कोरोना के घटते मामलों के बीच अब लोगों को वैक्सीन भी दी जा रही है. करीब एक साल तक कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझने के बाद अब भारत में इसके आंकड़ों में कमी देखने को मिली है. आज से एक साल पहले जब कोरोना ने दुनियाभर में अपने पैर पसारे तो कोई भी देश इस वायरस के शिकंजे से बच नहीं सका, और हर गुजरते दिन के साथ ना जाने कितनी जान काल के मुंह में समाती चली गईं. इस महामारी ने हमारी दुनिया की रफ्तार पलट दी है जिसकी वापस पटरी पर लाना इतना जल्दी संभव नहीं है. दुनिया भर में अबतक लाखों लोगों को टीका लगाया जा चुका है, लेकिन उन्हें संक्रामक बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए कोविड मानदंडों का पालन करने जरूरी है. क्योंकि संक्रमण का खतरा अभी भी बना हुआ है. हालांकि, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के नए मानक के अनुसार, एक एहतियात उपाय है कि जिन लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, वो सख्त नियमों में ढ़ील दे सकते हैं.
सीडीसी की नई गाइडलाइन :
हाल ही में, सीडीसी ने अपने पूर्व-मौजूदा दिशानिर्देशों में कुछ बदलाव किए हैं और कहा कि जिन लोगों को पहले से ही कोविड वैक्सीन के दोनों शॉट्स लग चुके हैं उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आने या कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद कोरन्टाइन में रहने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन वैक्सीन लगने के बाद भी, कोरन्टाइन को छोड़ने के लिए, सीडीसी के निर्धारित तीन मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है, जो इस प्रकार हैं:
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से कम से कम दो सप्ताह पहले उन्हें पूरी तरह से टीका लगाया जाना चाहिए.
- उन्हें पिछले तीन महीनों के अंदर टीका लगाया गया होगा.
- कोविड सकारात्मक व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद उन्हें पूरी तरह से स्पर्शोन्मुख होना चाहिए.
वहीं अमेरिकी स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जो भी व्यक्ति एक मानदंड को पूरा करने में विफल रहता है, तो उसे पहले की तरह दोबारा से कोरन्टाइन के दिशानिर्देश का पालन करना होगा. उन्होंने उन सभी लोगों के लिए मानदंडों में ढील दी है, जो पिछले कोविड के मामले से प्रतिरक्षा रखते हैं.
सीडीसी ने अब तक केवल कोरन्टाइन दिशानिर्देश में बदलाव किया है. इस लिये लोगों को सार्वजनिक रूप से मास्क पहनना, एक दूसरे से छह फीट की दूरी बनाए रखना जरूरी है. ये न केवल उनकी सुरक्षा के लिए बल्कि दूसरों की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है.इससे पहले, उन सभी लोगों को जो सीओवीआईडी -19 के साथ सकारात्मक परीक्षण में शामिल हुए थे, उनको 14 दिनों के लिए कोरन्टाइन की आवश्यकता थी, इसलिए उन्हें घर के अन्य लोगों से दूरी बनाए रखनी पड़ी, और सभी जरूरी नियमों का पालन करना पड़ा.
इसे भी पढ़ेः
बीमारियों को दूर भगाने वाली अलसी के हैं फायदे अनेक, जानिए सभी के बारे में
Health Tips: एक साथ ठंडी-गर्म चीजें न खाएं, होते हैं ये नुकसान
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )