नई दिल्ली: व्हाट्सएप अपने यूजर्स को जोड़े रखने के लिए समय समय पर अपने फीचर्स में बदलाव करता रहा है. नई तकनीकि और यूजर फ्रेंडली होने की वजह से भारत में ही 200 मिलियन या 20 करोड़ से ज्यादा लोग व्हाट्सएप का स्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन इस बार व्हाट्सएप एक ऐसा फीचर लेकर आ रहा है जिससे मोबाइल वैलेट ऐप पेटीएम जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों का कारोबार फीका पड़ सकता है.


जल्द ही आपका व्हाट्सएप चलता फिरता बैंक बन जाएगा और आप पेमेंट ऑप्शन आने वाला है, जी हां अब आप व्हाट्सएप के जरिए न सिर्फ मैसेज, वीडियो, ऑडियो बल्कि देश के किसी भी कोने में पैसा भी भेज सकते हैं. जिस तरह आप अपने व्हाट्सएप से अपने दोस्तों को मैसेज करते हैं उसी तरह इससे बैंक अकाउंट से सीधा पैसा भेज सकते हैं.


व्हाट्सएप ने यूनीफाईड पेमेंट इंटरफेस तैयार किया है जिसके जरिए एक बैंक से दूसरे बैंक तक आसानी से पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है. हालांकि अभी ये पूरी से तैयार नहीं किया जा सका है और ये अभी अंडर प्रोसेस में है. हालांकि इस सुविधा का लाभ 18 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग ही उठा सकेंगे. वैसे अभी तक ये नहीं बताया गया है कि यूजर की उम्र को कैसे वैरिफाई की जाएगी.


जो जानना जरूरी है आपके लिए- नो रिफंड, नो कैशबैक


व्हाट्सएप से पेमेंट करने के लिए पहले आपको अपने ऐप के पेमेंट ऑप्शन में जा कर बैंक की सारी डिटेल भरनी होगी. इसके बाद ट्रांजैक्शन के लिए आपको यूपीआई पिन का इस्तेमाल करना होगा. व्हाट्सएप के जरिए जो भी ट्रांजैक्शन होगा वो फाइनल होगा. इसमें रिफंड या कैशबैक का कोई विकल्प नहीं है.


आपको एक बात और ध्यान में रखनी होगी कि पेमेंट करने के लिए आप अपना व्हाट्सएप उसी मोबाइल नंबर से चलाएं जिसे आपने अपने बैंक अकाउंट में रजिस्टर कराया है. इससे बैंक और व्हाट्सएप को वैरिफाई करते हैं.


व्हाट्सएप पेमेंट करने के लिए आधार की जरूरत नहीं है. व्हाट्सएप पर ट्रांजैक्शन यूपीआई पिन के जरिए होगा. अगर आप अपना यूपीआई पिन भूल जाते हैं तो उसे दोबारा से जनरेट कर सकते हैं. हालांकि, अभी तक ये नहीं बताया गया है कि इससे कितने तक का पेमेंट किया जा सकता है. वैसे बताया जा रहा है कि पेमेंट की एक लिमिट तय की जाएगी.


हालांकि इस नए पेमेंट ऑप्शन पर यूजर की प्राइवेसी को लेकर सवाल उठने लगे हैं. व्हाट्सएप का कहना है कि वे यूजर के डेबिट कार्ड की डिटेल या यूपीआई पिन अपने पास नहीं रखते हैं. लेकिन जानकारों का कहना है कि व्हाट्सएप यूजर की बैंक डिटेल को अपनी पैरेंट कंपनी फेसबुक के साथ साझा कर सकती है. इसलिए इस नए फीचर से यूजर की प्राइवेसी को खतरा हो सकता है.


दुनियां भर की ट्रांजैक्शन करने वाली कई कंपनियां व्हाट्सएप के इस नए फीचर से डरी हुई हैं. पेटीएम जैसी कंपनियों का कारोबार बेहद कम हो सकता है. क्योंकि व्हाट्सएप की पहुंच इन कंपनियों से कहीं ज्यादा है. भारत में ही व्हाट्सएप के 20 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. इस नए फीचर से ग्रामीण इलाके के लोग भी बैंक ट्रांजैक्शन करने लगेंगे.