योग गुरू रामदेव के एलोपैथी पर दिए बयान के बाद से ही वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. हालांकि, रामदेव स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने एलोपैथी पर दिए अपने विवादित बयान को लेकर माफी मांग चुके हैं. इस बीच एबीपी न्यूज़ के साथ सोमवार को खास बातचीत के दौरान कई सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. रामदेव ने कहा कि वे एलोपैथी के खिलाफ नहीं हैं और ना ही डॉक्टरों के खिलाफ. रामदेव ने कहा कि वे अब इस विवाद को खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि आईएमए के कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं.
वैक्सीन लगवाने पर रामदेव का जवाब
इस बीच, जब बाबा रामदेव से यह सवाल पूछा गया कि वे खुद कोरोना वैक्सीन कब लेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वैक्सीन लेने के लिए पहले बच्चे और बुजुर्ग हैं. रामदेव ने कहा कि अभी तो 100 करोड़ से ज्यादा लोग वैक्सीन लेने के लिए बचे हुए हैं.
स्वामी रामदेव ने कहा कि वे अभी इतना हट्टा-कट्टा है. उन्होंने कहा कि उनकी बीपी ठीक है, लीवर ठीक है और इम्युनिटी अच्छी है. उन्होंने कहा कि मैं रोजाना 500 बार उट्ठक बैठक लगाता हूं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले कमजोर लोगों का वैक्सीनेशन होना चाहिए. मैंने अपना नाम अंतिम सूची में लिखवाया हुआ है.
‘वैक्सीन की डबल डोज के बाद लगाए आयुर्वेद की डबल डोज’
रामदेव ने कहा कि मैं वैक्सीनेशन का समर्थक हूं. अगर वैक्सीनेशन की डबल डोज लेने के बाद आयुर्वेद की डबल ले ली जाए तो सुरक्षा कवच इतना जबरदस्त हो जाएगा कि आपकी मौत नहीं होगी.
उन्होंने इस बात पर सवाल उठाया कि वैक्सीन की डबल डोज लेने के बाद मौत हुई या नहीं हुई? उन्होंने कहा कि जब वे इस बात को बोलते हैं तो विवाद खड़ा हो जाता है.
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