Lata Mangeshkar Death : स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का रविवार (6 फरवरी 2022) को 92 साल की उम्र में निधन हो गया. वह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनसे जुड़ी अनगिनत यादें हमारे बीच जिंदा हैं. इसी कड़ी में उनका क्रिकेट के प्रति प्यार और इससे जुड़ी यादें भी हैं. वह क्रिकेट और भारतीय क्रिकेट टीम की बहुत बड़ी समर्थक थीं. इस खेल को लेकर उनका प्यार कई बार जगजाहिर भी हुआ, लेकिन कई बातें ऐसी भी हैं, जो सब नहीं जानते. आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसी ही यादें.
टीम इंडिया की जीत के लिए टोटका भी
वर्ष 2011 की बात है. भारत और पाकितान के बीच विश्वकप 2011 के सेमीफाइनल मैच खेला जा रहा था. देश के करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों की तरह लता मंगेशकर भी इस मैच को टकटकी लगाए देख रही थीं और टीम की जीत के लिए दुआ कर रही थीं. यही नहीं, उन्होंने भारतीय टीम की जीत के लिए निर्जला व्रत भी रखा था. उन्होंने उस मैच के बाद भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा था कि, ‘मैने पूरा मैच देखा और मैं काफी तनाव में थी. मैंने, मीना और उषा ने सेमीफाइनल के दौरान कुछ खाया-पिया नहीं. मैं लगातार भारत की जीत के लिये प्रार्थना कर रही थी और भारत की जीत के बाद ही हमने अन्न, जल ग्रहण किया.’ उन्होंने ये भी बताया कि, ‘ जब भारतीय टीम खेलती है तो मेरे घर में सभी का कुछ न कुछ टोटका होता है.’
1983 विश्वकप से पहले टीम को बुलाया था डिनर पर
लता मंगेशकर ने इस इंटरव्यू में विश्व कप 1983 फाइनल को याद करते हुए कहा था कि, ‘मैं उस समय लंदन में ही थी और मैने कपिल देव और उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले डिनर के लिए बुलाया था. मैने पूरी टीम को शुभकामनाएं दी थीं.’ उन्होंने ये भी बताया कि, ‘ खिताब जीतने के बाद कपिल देव ने मुझे डिनर के लिए बुलाया था और मैने जाकर टीम को बधाई दी थी.’ सचिन तेंदुलकर को वह अपना बेटा मानती थीं और वह भी उन्हें मां सरस्वती कहते थे.
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