जब सोवियत के प्रधानमंत्री ख्रुश्चेव से मिले थे नेहरू, अटल को बता दिया था भविष्य का प्रधानमंत्री, कैसे थे दोनों के रिश्ते
Atal Bihari Vajpayee: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी घटनाओं जिक्र हमेशा ही होता रहता है. उनकी प्रतिभा से देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू भी प्रभावित थे.
Atal Bihari Vajpayee 100th Birth Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती को पूरा देश मना रहा है. उनकी पहचान एक तेज तर्रार नेता के रूप थी. वहीं, उनकी हाजिर जवाबी के सभी कायल थे.
उनसे जुड़ी घटनाओं का हमेशा ही जिक्र किया जाता है. प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने कई बड़े फैसले किए थे. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू भी उन्हें बहुत प्रभावित थे.
अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर की थी भविष्यवाणी
अटल बिहारी वाजपेयी1957 में पहली बार सांसद बने थे. इस दौरान वो पंडित नेहरू की नीतियों की आलोचना करते थे. उनकी प्रतिभा पर मुग्ध होकर पंडित नेहरू ने उन्हें लेकर कहा था कि वो एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे. यहां तक कि सोवियत प्रधानमंत्री ख्रुश्चेव की भारत यात्रा के दौरान भी नेहरू ने अटल का उनसे परिचय भविष्य के प्रधानमंत्री के तौर पर कराया था.
तीन बार बने देश के प्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिन का था. इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक इस पद को संभाला. वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया.
PM मोदी ने अर्पित की श्रद्धांजलि
PM नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. PM मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी 100वीं जन्म-जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि. उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा.'
प्रधानमंत्री ने नमो ऐप पर वाजपेयी की 100वीं जयंती पर लिखा एक आलेख भी साझा किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के साथ जिस प्रकार देश को एक नई दिशा और गति दी, उसका प्रभाव हमेशा 'अटल' रहेगा.उन्होंने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे उनका भरपूर सान्निध्य और आशीर्वाद मिला.'