नई दिल्ली: कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में LoC के पास पाकिस्तान द्वारा दो जवानों की हत्या और उनके सिर काटने की घटना के बाद सरकार से कहा कि वह अपनी नींद से जागे. कांग्रेस ने साथ ही प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए नीति बनाते समय विपक्ष को भरोसे में लें.


पाकिस्तान को 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे पीएम मोदी: कांग्रेस


कांग्रेस ने पाकिस्तान या आतंकवाद से निपटने के लिए नीति या दिशा की कमी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और सवाल किया कि वह पाकिस्तान को अपनी 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे.


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राहुल गांधी ने की हमले की निंदा


कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हत्या की कड़ी निंदा की और इसे बबर्र और शर्मनाक कृत्य बताया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सरकार को टिप्पणी से आगे बढ़ना चाहिए और पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना चाहिए.’’


ऐसा कायराना हलमा पाकिस्तान के हित में नहीं: आनंद शर्मा


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ऐसे कायराना हमले किसी भी समय समाज में अस्वीकार्य हैं और पाकिस्तान के खुद के हित और सुरक्षा के हित में नहीं हैं. उन्होंने सितंबर 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश में आतंकवादी हमलों की घटनाओं में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए बीजेपी नीत एनडीए सरकार पर उसकी कश्मीर नीति को लेकर हमला किया.


2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में 200 सैनिक शहीद हुए: सुरजेवाला


कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मई 2014 के बाद से जम्मू कश्मीर में 200 सैनिक शहीद हुए हैं. उन्होंने सवाल किया कि यह सरकार क्या कर रही है और यह घटना ‘‘देश में एक विश्वसनीय राजनीतिक नेतृत्व की कमी’’ और इस संबंध में एक नीति या दिशा की कमी दिखाती है. उन्होंने कहा कि इस तरह का हमला राजनीतिक नेतृत्व की कमी और राष्ट्रीय सुरक्षा की चूक को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि पूरा देश यह जानना चाहता है कि हम पाकिस्तान को 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे. हम उनको करारा जवाब कब देंगे. पूरा देश जवाब मांग रहा है कि बीजेपी सरकार कब जागेगी.


पीएम को विपक्ष के साथ करनी चाहिए बैठक


आनंद शर्मा ने मोदी से कहा कि वह अपनी चुप्पी तोड़ें और विपक्ष को इस मुद्दे पर और आतंरिक सुरक्षा पर विश्वास में लेकर कश्मीर पर एक नीति घोषित करें ताकि सीमापार से प्रायोजित आतंकवादी घटनाओं पर रोक लग सके. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का दायित्व बनता है कि प्रमुख विपक्षी दलों के नेतृत्व को विश्वास में लें. प्रधानमंत्री को विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करके उस नीति पर चर्चा करनी चाहिए जो कश्मीर में जो हो रहा है उसे नियंत्रित करने के लिए उनके दिमाग में है.’’