नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर अभी थमा नहीं है. अब कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए कोरोना वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है. कई देशों में कोरोना वैक्सीन देने की प्रक्रिया की शुरुआत भी हो गई है. हालांकि अभी भारत में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है. ऐसे में लोगों के जहन में ये सवाल जरूर है कि आखिरी कोरोना वैक्सीन कब तक भारत के लोगों को दी जाएगी.


इकॉनोमिक टाइम्स के मुताबिक कोरोना वैक्सीन को लेकर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन अप्रैल और जून के बीच भारत में बाजार में उपलब्ध कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय राज्यों के जरिए पहचाने गए प्राथमिकता वाले समूहों को ही नहीं बल्कि जो निजी लोग जो इसे खरीदना चाहते हैं उनके लिए भी वैक्सीन लगाने के लिए एक बहु-वैक्सीन रणनीति तैयार कर रहा है.


मंत्रालय की आंतरिक समयसीमा के मुताबिक सरकार को जनवरी के अंत तक कम से कम एक वैक्सीन को मंजूरी देने की उम्मीद है. चूंकि वैक्सीन शुरू में केवल सीमित मात्रा में उपलब्ध होंगी, इसलिए सार्वजनिक टीकाकरण प्राथमिकता समूहों के साथ शुरू होगा. सरकार को उम्मीद है कि मार्च और अप्रैल तक अधिक वैक्सीन मंजूर किए जाएंगे और इन्हें राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के बाहर खरीदने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.


फेज-3 ट्रायल में चार उम्मीदवार
अधिकारियों ने कहा कि भारत बहु-वैक्सीन रणनीति को लागू करेगा और जब उन्हें अनुमोदित किया जाएगा तब वे वैक्सीन लगाएंगे. शुरुआत में वैक्सीन की आपूर्ति एक चुनौती होगी. उपलब्ध आपूर्ति को सरकार प्राथमिकता समूहों के टीकाकरण के लिए करेगी. अधिकारियों ने कहा कि अभी वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल में चार उम्मीदवार हैं.


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