जानिए वो कौन से नेता हैं जो बीजेपी और अजीत पवार के बीच की कड़ी साबित हुए?
बीजेपी और एनसीपी के बीच सरकार बनाने में बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे का नाम सामने आ रहा है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में अचानक आए सियासी बदलाव के बीच दो भतीजों का हाथ बताया जा रहा है. बीजेपी और एनसीपी के बीच सरकार बनाने में बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे का नाम सामने आ रहा है. ऐसा माना जा रहा है बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए धनंजय मुंडे ने ही अजीत पवार को राजी किया.
सूत्रों के मुताबिक कल रात एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी, लेकिन इस मुलाकात की किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगी. खबर ये भी है कि धनंजय मुंडे ने ही अजीत पवार को बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राजी किया है. धनंजय की फडणवीस के साथ हुई बैठक में ही सरकार गठन को लेकर सब तय किया गया.
एनसीपी नेता धनंजय मुंडे को ही देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के बीच की कड़ी बताया जा रहा है. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के पीछे धनंजय का भी अहम रोल माना जा रहा है. सूत्रों की मानें तो धनंजय ने ही एनसीपी के कई विधायकों को बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए राजी किया. वो धनंजय मुंडे ही हैं जिनका देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र में दुबारा मुख्यमंत्री बनाने में पूरा-पूरा हाथ है.
आपको बतादें कि धनंजय की चचेरी बहन पंकजा मुंडे फडणवीस सरकार में मंत्री रहीं. धनंजय बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं. सूत्रों का कहना है देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार की शपथ के पीछे धनंजय मुंडे का अहम रोल है.
बता दें महाराष्ट्र में शनिवार सुबह-सुबह बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद और एनसीपी नेता अजीत पवार ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ली. इसके बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इसे अजीत पवार का निजी फैसला बताया और साफ किया कि एनसीपी इसका समर्थन नहीं करती हैं. वहीं अब कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि ये शपथग्रहण बिना बैंड-बाजा बारात के हुआ है. आज जिस तरह से शपथग्रहण हुआ है उससे संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई हैं.
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