Blood Plasma Treatment: WHO की सलाह, कोरोना मरीजों को न दें ब्लड प्लाज्मा ट्रीटमेंट, जानें क्या है कारण
Advise On Blood Plasma Treatment: WHO ने मंगलवार को कहा कि ठीक हुए कोरोना वायरस रोगियों के रक्त से लिए गए प्लाज्मा का उपयोग करके हल्के या मध्यम बीमारी वाले लोगों को कोविड उपचार नहीं दिया जाना चाहिए.
WHO Advise On Blood Plasma Treatment: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा कि ठीक हुए कोरोना वायरस रोगियों के रक्त से लिए गए प्लाज्मा का उपयोग करके हल्के या मध्यम बीमारी वाले लोगों को कोविड उपचार नहीं दिया जाना चाहिए. बता दें कि शुरुआती समय में ब्लड प्लाज्मा से इलाज के अच्छा नतीजे मिलने का दावा किया गया था. लेकिन, अब ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित सलाह में डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि "वर्तमान साक्ष्यों से पता चलता है कि यह सर्वाइवल को नहीं बढ़ाता है और न ही मेडिकल वेंटिलेशन की जरूरत को कम करता है. इसके साथ ही, यह महंगा और समय भी लेता है."
WHO ने और क्या कहा?
जिन लोगों में कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं हैं, उन लोगों को रक्त प्लाज्मा उपचार देने के खिलाफ WHO ने "सख्त सिफारिश" की. इसके साथ ही गंभीर बीमारी वाले रोगियों के लिए भी उपचार को केवल एक नैदानिक परीक्षण के हिस्से के रूप में दिए जाने के लिए कहा गया है. बता दें कि कॉन्वेलसेंट प्लाज्मा एक स्वस्थ कोविड रोगी के रक्त का तरल हिस्सा होता है, जिसमें संक्रमित होने के बाद ठीक होने पर शरीर द्वारा निर्मित एंटीबॉडी होती हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नवीनतम सिफारिशें 16 परीक्षणों के साक्ष्य पर आधारित हैं, जिनमें गैर-गंभीर, गंभीर और बहुत गंभीर 16,236 कोरोना रोगी शामिल थे.
भारत में बढ़ा ओमिक्रोन का खतरा
मुंबई में पिछले महीने विदेश से लौटे दो व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाये गए हैं. महाराष्ट्र की राजधानी में वायरस के इस नए स्वरूप ये पहले मामले हैं. राज्य में अब इस स्वरूप से कुल मामले बढ़कर 10 हो गए हैं. बृहन्मुंबई महानगर पालिका की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि दक्षिण अफ्रीका से लौटा एक व्यक्ति अमेरिका से लौटे एक अन्य व्यक्ति के संपर्क में था और दोनों की जांच में ओमिक्रोन पाया गया है. विज्ञप्ति में बताया गया कि इन दोनों व्यक्ति कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं. बता दें अब पूरे देश में ओमिक्रोन के कुल 23 केस हो गए हैं.
विदेश से आए 100 से ज्यादा लोग महाराष्ट्र में हुए लापता
पिछले कुछ दिनों के दौरान विदेश से महाराष्ट्र पहुंचे करीब 100 यात्री गायब हो गए हैं. प्रशासन अब इन लोगों की जानकारी जुटा रहा है. कल्याण डोम्बिवली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (KDMC) के प्रमुख विजय सूर्यवंशी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा है कि विदेश से ठाणे जिले में आए 295 विदेशी यात्रियों में से 109 यात्रियों का कुछ भी पता नहीं है. विजय सूर्यवंशी बताया कि इन लोगों में से कुछ का मोबाइल फोन बंद जा रहा है. इतना ही नहीं विदेश से आए जिन यात्रियों ने अपना पता दिया था, वहां अब ताला लगा हुआ है.