बीजिंगः विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोविड-19 टीकाकरण योजना कोवाक्स को नुकसान पहुंचा है. इसकी जानकारी WHO के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयसस ने दी है. उनका कहना है कि विकसित देशों और टीका निर्माता कंपनियों के बीच संपन्न खरीद अनुबंधों से डब्ल्यूएचओ की कोविड-19 टीकाकरण योजना कोवाक्स को नुकसान पहुंचा है. जिससे इस योजना में खरीदे जाने वाले टीकों की संख्या कम हो गई है.


घेब्रेयसस ने कहा कि पूंजी का अभाव वर्तमान में कोविड-19 महामारी के मुकाबले में एकमात्र चुनौती नहीं है. अगर पर्याप्त पूंजी है, तो विकसित देशों का सहयोग उपलब्ध होने और कोवाक्स के सौदे पर हानि न पहुंचाने की स्थिति में गरीब देशों को टीके प्रदान किए जा सकेंगे. उन्होंने विकसित देशों से तुरंत टीके साझा करने और टीका निर्माता कंपनियों से कोवाक्स के साथ सौदा करने पर प्राथमिकता देने की अपील की.


कोरोना वैक्सीन का निर्माण सबसे बड़ी चुनौती


उन्होंने दोहराया कि टीके का न्यायपूर्ण वितरण वर्तमान में सर्वोपरि मामला है. डब्ल्यूएचओ और उसके साझेदार इसके लिए पूरी कोशिश करेंगे. WHO का कहना है कि COVID-19 के खिलाफ टीका विकसित करना हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है.


इससे पहले भी विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कोविड-19 टीके बनाने वाली कंपनियों और धनी देशों से अपील की थी कि वे द्विपक्षीय सौदे करना बंद करें. उन्होंने कहा कि वे टीके तक सबकी पहुंच को सुनिश्चित करने के संयुक्त राष्ट्र के प्रयास को नुकसान पहुंचा रहे हैं. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने कहा कि अब तक 42 देशों ने इसके टीके लगाने शुरू किए हैं, जिनमें ज्यादातर उच्च-आय वाले देश और कुछ मध्यम-आय वाले देश शामिल हैं.


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