नई दिल्ली : भारत रत्न मिलना किसी के लिए भी गौरव की बात है. यह सम्मान किसी भी अन्य सम्मान से श्रेष्ठ है. भारत रत्न का सम्मान देश की सेवा करने के लिए दिया जाता है. यह कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के साथ ही सैन्य क्षेत्र में शामिल लोगों को भी मिलता रहा है. आज हम आपको भारत रत्न के बारे में सबकुछ बताने जा रहे हैं. आखिर यह कब मिलता है और इसकी प्रक्रिया है. कौन देता है भारत रत्न सम्मान? आइए आज सभी बातों को जान लेते हैं. ये जानना इसलिए जरूरी है कि इन दिनों देश में वीडी सावरकर को भारत रत्न देने को लेकर जबरदस्त बयानबाजी चल रही है. कल सरकार की तरफ से कहा गया था कि भारत रत्न देने के लिए किसी की सिफारिश की जरूरत नहीं होती.


कब हुई स्थापना


भारत रत्न सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी. जब इसकी स्थापना की गई तो यह सम्मान लोगों को उनके कार्य के लिए मरणोपरांत नहीं दिया जाता था, लेकिन यह प्रावधान 1955 में जोड़ा गया. उसके बाद कई लोगों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया. यहां बता दें कि एक साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है.


कैसे मिलता है भारत रत्न, क्या है प्रक्रिया


देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न मिलता कैसे है, अगर आप भी यह नहीं जानते तो हम आपको बताते हैं. जिस व्यक्ति को भारत रत्न दिया जाना है उस योग्य व्यक्ति का नाम खुद प्रधानमंत्री तय करते हैं. इसके लिए नाम का प्रस्ताव देश के प्रधानमंत्री देते हैं. एक साल में प्रधानमंत्री अधिक से अधिक तीन लोगों को भारत रत्न देने का प्रस्ताव राष्ट्रपति को दे सकते हैं.देश की सरकार ने जनवरी 2019 तक 44 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया है.


कैसा होता है भारत रत्न


भारत रत्न तांबे का बना होता है.इसका आकार पीपल के पत्ते जैसा होता है, जो 59 मिमी. लंबा, 48 मिमी. चौड़ा और 3. मिमी. मोटा होता है. इसमें सामने की तरफ प्लेटिनम से सूरज का चित्र बना होता है. इसमें सूरज के चिह्न के साथ हिन्दी में 'भारत रत्न' लिखा होता है. वहीं इसके पीछे की तरफ अशोक स्तम्भ का चिह्न बना होता है और साथ में 'सत्यमेव जयते' लिखा होता है.


किसे दिया जाता है


पहले जो नियम थे उसके मुताबिक यह सिर्फ कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा में कार्य करने वाले लोगों को दिया जाता था लेकिन दिसंबर 2011 में नियम बदल गए. पुराने नियमों में संशोधन किया गया. अब भारत रत्न किसी किसी भी क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के दिया जा सकता है.


किनके हाथों से दिया जाता है भारत रत्न 


भारत रत्न नामांकित व्यक्ति को देश के प्रथम नागरिक यानी देश के राष्ट्रपति के हाथों दिया जाता है.