Bharat Ratan Award: केंद्र सरकार ने मंगलवार (23 जनवरी) को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की है. कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर कांग्रेस मुख्यमंत्री रहे हैं. ठाकुर दिसंबर 1970 से जून 1971 तक मुख्यमंत्री रहे थे. इसके बाद वह जून 1977 से अप्रैल 1979 तक दोबारा सीएम बने. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने नौकरियों में मुंगेरीलाल कमीशन लागू कर गरीबों और पिछड़ों को आरक्षण दिया.
भारत रत्न देने की शुरुआत साल 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी. यह अवार्ड भारतीय नागरिकों के साथ-साथ दो विदेशी नागरिकों को भी मिल चुका है. आइए जानते हैं कि अब तक किन-किन हस्तियों को भारत रत्न मिल चुका है.
पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन को मिला सबसे पहले सम्मान
पहली बार साल 1954 में पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन, डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन,और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. इसके बाद साल 1955 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, और डॉ. भगवान दास को भारत रत्न से नवाजा गया.
1956 में किसी को भी भारत रत्न से सम्मीनित नहीं किया गया, जबकि 1957 में गोविंद वल्लभ पंत और 1958 में डॉ धोंडो केशव कर्वे भारत रत्न दिया गया. इसके बाद 1961 डॉ. बिधन चंद्र रॉय और पुरूषोत्तम दास टंडन को यह पुरस्कार मिला. 1962 डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
साल 1963 में डॉ. जाकिर हुसैन और डॉ. पांडुरंग वामन काणे को भारत रत्न से नवाजा गया, जबकि यह पुरस्कार 1966 लाल बहादुर शास्त्री मरणोपरांत को मिला. इसके बाद 1971 इंदिरा गांधी को इससे सम्मनित किया गया.
खान अब्दुल गफ्फार खान सम्मान पाने वाले पहले गैर भारतीय
1975 में वराहगिरी वेंकट गिरी को, 1976 में के. कामराज (मरणोपरांत) , 1980 मदर टेरेसा और 1983 आचार्य विनोबा भावे मरणोपरांत यह अवार्ड दिया गया. इसके बाद 1987 में खान अब्दुल गफ्फार खान को भारत रत्न दिया गया. वह यह सम्मान पाने वाले पहले गैर-भारतीय थे.
1988 में एम जी आर (मरणोपरांत), 1990 में डॉ. भीमराव आंबेडकर (मरणोपरांत), और नेल्सन मंडेला को भारत रत्न दिया गया. जबकि 1991 में राजीव गांधी (मरणोपरांत), सरदार वल्लभ भाई पटेल (मरणोपरांत) और मोरारजी देसाई को भारत रत्न से नवाजा गया.
1997 में ऐपीजे अब्दुल कलाम को मिला भारत रत्न
1992 में यह सम्मान मौलाना अबुल कलाम आजाद (मरणोपरांत) जेआरडी टाटा , गुलजारीलाल नंदा, अरुणा आसिफ और सत्यजीत रे को दिया गया, जबकि 1997 में ऐपीजे अब्दुल कलाम भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
1998 में एमएस सुब्बुलक्ष्मी, सी सुब्रामनीयम , जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत) को भारत रत्न से नवाजा गया. इसके बाद 1999 में पंडित रवि शंकर, अमर्त्य सेन और गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरान्त) यह सम्मान दिया गया.
2015 में अटल बिहारी वाजपेय हुए सम्मानित
वहीं, 2001 में लता मंगेशकर और उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां को भारत रत्न मिला. 2008 में पंडित भीमसेन जोशी, 2014 में सीएनआर राव और 2014 में सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न दिया गया. इसके बाद 2015 में अटल बिहारी वाजपेयी, मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न सम्मानित किया गया. इसके बाद 2019 में प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख मरणोपरांत और भूपेन हजारिका को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया.