Abbas Ansari: जेल में प्राइवेट रूम, हिसाब-किताब होगा... खूंटे से बांध दूंगा, वाया राजभर NDA में एंट्री मारने वाले मुख्तार के बेटे की पूरी कहानी
Abbas Ansari News: अब्बास अंसारी ने एक जनसभा के दौरान अधिकारियों का हिसाब-किताब करने की धमकी दी थी, जिसे आचार संहिता का उल्लंघन माना गया था.
SBSP MLA Abbas Ansari: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के एनडीए में शामिल होने के बाद से मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास अंसारी भी चर्चा में हैं. उन्होंने सुभासपा के टिकट पर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ा था और अभी भी वह इसका हिस्सा हैं. ऐसे में सुभासपा के शामिल होने के साथ ही उनकी भी एंट्री एनडीए में हो गई है.
वहीं, सुभासपा का दावा है कि अब्बास अंसारी सुभासपा में ही बने रहेंगे और बीजेपी को इससे कोई दिक्कत नहीं है. उत्तर प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के चलते मुख्तार अंसारी और उनके परिवार पर भी योगी आदित्यनाथ सरकार का शिंकजा कसा हुआ है. इस वक्त मुख्तार, उनका भाई अफजल अंसारी और बेटा अब्बास अंसारी जेल में बंद हैं. अब्बास अंसारी पर एक चुनावी जनसभा के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.
इस भाषण की वजह से जेल पहुंचे अब्बास अंसारी
उन्होंने एक जनसभा के दौरान अधिकारियों का हिसाब-किताब करने की धमकी दी थी, जिसे आचार संहिता का उल्लंघन माना गया था. भाषण के वीडियो में अब्बास अंसारी ने कहा, "मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल अपने सिंह निकालकर खड़े हैं. वक्त आने दीजिए खूंटे में यहीं ना बांध दिया तो आप भी कहिएगा. जिस दिन अखिलेश यादव जी से मिला था तो लंबी-चौड़ी बात हुई और कहकर आया कि भईया कुछ दिनों तक ट्रांसफर-पोस्टिंग रोक कर रखिए. पहले जिन्होंने जिनके करियर बर्बाद किए और जिन्होंने मुकदमे लगाए हुए हैं उनकी भी तो जांच-पड़ताल करवाइए."
जेल के प्राइवेट रूम में पत्नी से करते थे मुलाकात
जेल में बंद रहने के दौरान उन पर यह भी आरोप लगा कि उनके लिए यहां एक प्राइवेट रूम है, जिसे उन्होंने अड्डा बनाया हुआ है और अपने जानने वालों से वह यहां मुलाकात करते हैं और कभी-कभी उनकी पत्नी निखत भी उनसे मुलाकात करने के लिए यहां आती है. चित्रकूट पुलिस की अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि अब्बास अंसारी अपनी बैरक में मौजूद नहीं थे और फिर कारागार विभाग के कर्मियों से पूछताछ करने पर पता चला कि अब्बास को प्राइवेट रूम में मुलाकात करने की अनुमति दी गई है. कारागार के कार्यालय के पास प्राइवेट रूम में अब्बास से उनकी पत्नी की मुलाकात कराई जाती है और रजिस्टर में इसके बारे में दर्ज नहीं किया जाता है. उनकी पत्नी को भी इस आरोप में हिरासत में लिया गया था.
अब्बास के भाई दिया ये जवाब
पुलिस के दावे पर अब्बास के भाई ने कहा, "मेरे भाई अब्बास अंसारी जो मऊ सदर से विधायक हैं और वर्तमान में चित्रकूट जेल में बंद हैं. कल 10 फरवरी, 2023 को आम मुलाकातियों की तरह मेरी भाभी निखत अंसारी चित्रकूट जेल से भाई से मिलकर जब बाहर निकल रही थीं, तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया और दावा कर दिया कि उनके पास मोबाइल फोने, ज्वेलरी और नगदी है, ये सबकुछ गलत है."
उन्होंने यह भी दावा किया कि अब्बास अंसारी को झूठे मुकदमों में जेल भेजा गया है और उनकी पैरवी को लेकर सारी भागदौड़ मेरी भाभी निखत ही कर रही हैं इसलिए उन्हें झूठा फंसाकर हिरासत में ले लिया गया. वहीं, वृंदा शुक्ला ने इस मामले में सख्त एक्शन लेने का आश्वासन देते हुए एक स्वतंत्र जांच कराई थी. इसके साथ ही अब्बास अंसारी से मुलाकात करने वालों और इसमें शामिल कर्मचारियों के खिलाफ भी मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
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