Bandi Sanjay Kumar Profile: नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. मोदी 3.0 मंत्रीमंडल में नवनिर्वाचित सांसद बंदी संजय कुमार को भी जगह दी गई है. लोकसभा चुनाव में तेलंगाना के करीमनगर से जीत दर्ज करने वाले बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद बंदी संजय कुमार ने 2019 के परिणामों को दोहराया है. इन्होंने 2.25 लाख वोटों के भारी अंतर से खिलाफ खड़े उम्मीदवारों को हराया. आइये बात करते हैं इनके पिछले जीवन और राजनीतिक सफर के बारे में. 


मुनुरकापु (बीसी-डी) जाती में जन्म लेने वाले सांसद बंदी संजय कुमार का जन्म 11 जुलाई, 1971 को हुआ. इनके पिता का नाम स्वर्गीय बी नरसय्या और माता का नाम बी शकुंतला है. इनकी पत्नी बंदी अपर्णा एसबीआई कर्मचारी हैं. ये तो रही परिवार की बात, अब बात करते हैं उनकी पार्टी में जिम्मेदारियों की तो फिलहाल बंदी संजय कुमार करीमनगर से सांसद हैं और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. 


बचपन से ही संघ के साथ रहा जुड़ाव 


बंदी संजय कुमार बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ काम करते रहे. वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राज्य प्रतिनिधि भी थे. बता दें कि 1994 से लेकर 1999 तक और 1999 से 2003 तक इन्होंने करीमनगर सहकारी बैंक में निदेशक के रूप में कार्य किया. इतनी ही नहीं दिल्ली में चुनाव प्रभारी होने के साथ साथ केरल और तमिलनाडु में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक भी रहे. 


संजय बंदी कुमार 12 साल की उम्र में RSS से जुड़ गए थे और शाखा जाने लगे. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने जब रथ यात्रा निकाली तो संजय कुमार एक महीने से अधिक समय तक इस यात्रा में उनके साथ रहे और पार्टी से मिली जिम्मेदारी को निभाया.


2019 के बाद 2024 में दोहराया इतिहास 


इन्होंने 2014 में करीमनगर विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, 52,000 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन साल 2019 में बंदी संजय कुमार ने लोकसभा क्षेत्र के लिए बीजेपी उम्मीदवार के रूप में फिर से चुनाव लड़ा और 96,009 वोटों के भारी बहुमत से जीत हासिल की, राज्य में बीजेपी उम्मीदवारों में पहला स्थान हासिल किया. इस बार भी लोकसभा चुनाव में इतिहास को दोहराते हुए बंदी संजय कुमार ने 2.25 लाख वोटों के भारी अंतर से अन्य प्रत्याशियों को मात दी और सांसद चुने गए. 


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