Navneet Rana: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए राजनीतिक दल और नेता धुआंधार प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान बयानबाजी की सीमाएं भी लांघी जा रही हैं. एक ऐसा ही बयान बीजेपी उम्मीदवार नवनीत राणा ने दिया, जिस पर दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक सियासत शुरू हो गई. नवनीत राणा ने 'सिर्फ 15 सेकेंड' की बातकर AMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के उस बयान की याद दिला दी, जब उन्होंने कानून-व्यवस्था को ही खुलेआम चुनौती दे डाली थी. 


बीजेपी उम्मीदवार नवनीत राणा ने चुनाव-प्रचार के दौरान कहा कि सिर्फ 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटा दो तो हम दिखाएंगे कि क्या कर सकते हैं. ऐसे में आपको बताते हैं कि नवनीत राणा कौन हैं और कब-कब सुर्खियों में रहीं.


कौन हैं नवनीत कौर राणा?


दरअसल, नवनीत कौर राणा का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में एक पंजाब परिवार में हुआ था. उनके पिता एक सेना में अधिकारी थे. उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई मुंबई से पूरी की. स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद ही नवनीत कौर ने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा और बाद में उन्होंने कुछ म्यूजिक एलबम भी की. इसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया का रूख किया और हिंदी, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम समेत अन्य भाषाओं की फिल्में में काम किया.


रवि राणा संग रचाई शादी


फिल्मी इंडस्ट्री में काम करने के दौरान नवनीत की रवि राणा संग मुलाकात हुई. इस मुलाकात के कुछ समय बाद साल 2011 में उन्होंने महाराष्ट्र से विधायक रवि राणा के साथ शादी कर ली. उनकी शादी इतनी आलीशान थी कि फिल्मी हस्तियों से लेकर राजनीति के दिग्गजों को भी इनवाइट किया गया था. दोनों की शादी एक सामूहिक विवाह समारोह में हुई थी. नवनीत और रवि का एक बेटा और एक बेटी भी हैं.


राजनीति में एंट्री


रवि राणा से शादी के बाद नवनीत कौर राणा ने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया और राजनीति का रूख किया. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नवनीत ने एनसीपी के टिकट से अमरावती लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा, लेकिन अपने पहले ही चुनाव में उन्हें हार झेलनी पड़ी. हालांकि, पांच साल के बाद वह अमरावती सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरीं और उन्होंने शिवसेना नेता आनंद अडसुल को मात दी.


विवादों से नाता


राजनीति में एंट्री के साथ ही उनका विवादों से भी नाता जुड़ गया. पहली बार उन पर शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल ने आरोप लगाया. शिवसेना नेता ने दावा किया था कि उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर लोकसभा चुनाव लड़ा. इस मामले में साल 2021 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया और उनका प्रमाण पत्र रद्द कर दिया. हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी.


एक विवाद से नाता खत्म ही हुआ था कि उन्होंने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया. साल 2022 में नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया. हालांकि, बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. 


बीजेपी ने दिया टिकट


बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 में नवनीत कौर राणा को अमरावती लोकसभा से टिकट दिया है. वह वर्तमान में इसी सीट से सांसद है. यहां दूसरे चरण में मतदान हो गया है. अब वह बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव-प्रचार कर रही हैं. नवनीत कौर राणा ने हैदराबाद से बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता के लिए चुनाव प्रचार के दौरान विवादित बयान दिया. उन्होंने अकबरुद्दीन ओवैसी के पुराने बयान का जिक्र करते हुए कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने 15 मिनट पुलिस हटाने की बात की थी, लेकिन हम तो सिर्फ 15 सेकेंड में दिखा देंगे कि क्या कर सकते हैं.


नवनीत राणा ने बयान पर दी सफाई


नवनीत कौर राणा ने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने '15 मिनट वाला' जो बयान दिया था, मेरा बयान उसका जवाब है. उन्होंने ओवैसी पर आरोप लगाया कि वह हिंदुस्तान में रहकर पाकिस्तान का गुणगान करते हैं. वह हैदराबाद को दूसरा पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कभी संसद में भारत माता की जय नहीं कहा, जिसके लिए हमारे देश के सैनिक अपनी जान न्यौछावर कर देते हैं. उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं, आपको 15 मिनट लगेंगे और मुझे सिर्फ 15 सेकेंड लगेंगे.


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