केरल कैडर के पूर्व IAS अफसर ज्ञानेश कुमार को नया चुनाव आयुक्त चुना गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी. पैनल ने गुरुवार को ज्ञानेश कुमार के अलावा सुखबीर संधू को भी चुनाव आयुक्त चुना है.


दरअसल, लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले पिछले हफ्ते अरुण गोयल ने अचानक इस्तीफे का ऐलान कर दिया था. इससे पहले  चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय फरवरी में रिटायर हो गए थे. ऐसे में राजीव कुमार ही अकेले चुनाव आयुक्त बचे थे. अब पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल ने दोनों चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. 


कौन हैं ज्ञानेश कुमार? 


ज्ञानेश कुमार 1988-बैच के IAS अधिकारी हैं. वे 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे. ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के अधिकारी हैं. ज्ञानेश कुमार को अमित शाह का करीबी माना जाता है. उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया है. इसके अलावा वे केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय में भी वे सचिव रहे हैं. 


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानेश कुमार ने गृह मंत्रालय में रहते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के बनने में अहम भूमिका निभाई थी. जब आर्टिकल 370 हटाया गया था, तब वे गृह मंत्रालय में जम्मू कश्मीर डेस्क के इंचार्ज थे. इससे पहले पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले पैनल में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू को चुनाव आयुक्त चुना गया है. 


कौन हैं सुखबीर सिंह संधू?


1963 में जन्में सुखबीर सिंह 1988 बैच के रिटायर IAS अफसर हैं. वे उत्तराखंड कैडर के अधिकारी हैं. सुखबीर सिंह उत्तराखंड के मुख्य सचिव रहे. इसके अलावा वे उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं.  सुखबीर सिंह संधू ने अमृतसर के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है. उन्होंने गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर से इतिहास में मास्टर्स की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संधू के पास लॉ की डिग्री भी है.