नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस चीफ और एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को खुदकुशी कर ली. उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. आपको बता दें कि हिमांशु ने खुद को मुंह में गोली मारी जिसके बाद उनके परिजन हिमांशु को फौरन बॉम्बे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके.


कौन थे हिमांशु रॉय?


हिमांशु रॉय डायरेक्टर जनरल रैंक के आईपीएस अधिकारी थे. हिमांशु क्राइम ब्यूरो और आतंकवाद विरोधी दस्ते के चीफ भी रह चुके थे. 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु रॉय का नाम 2013 में स्पॉट फिक्सिंग मामले में बिंदु दारा सिंह की गिरफ्तारी, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के ड्राइवर आरिफ के एनकाउंटर, पत्रकार जेडे हत्या प्रकरण, लैला खान डबल मर्डर केस जैसे अहम मामलों से जुड़ा रहा. हिमांशु से आंतक से जुड़े कई मामलों का भी पर्दाफाश किया था.


कैंसर से पीड़ित थे हिमांशु


जानकारी के मुताबिक, पूर्व ATS प्रमुख हिमांशु रॉय कैंसर से पीड़ित थे. बताया जा रहा है कि अप्रैल 2016 से उन्होंने मेडिकल लीव ले रखी थी. ATS प्रमुख रहते हुए हिमांशु रॉय ने पहली बार साइबर क्राइम सेल स्थापित किया था.


आपको बता दें कि अंडरवर्ल्ड कवर करने वाले पत्रकार जे डे की हत्या की गुत्थी सुलझाने में हिमांशु रॉय ने अहम भूमिका निभाई थी. तो वहीं हिमांशु के कार्यकाल में ही मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.


अरीब मजीद नामक युवक जो IS में शामिल होने जा रहा था उसे भी हिमांशु के कार्यकाल में ही वापस देश लाया गया था.